PhD student finds lost city in Mexico: कभी-कभी अनजाने में भी बड़ी कामयाबी हाथ लग जाती है। इसी कड़ी में पीएचडी के एक छात्र ने मेक्सिको के जंगल में खोया हुआ 16वीं शाताब्दी का एक शहर ढूंढ निकाला है। ये सफलता उसने तब हासिल की जब वह केवल Google search पर कुछ पढ़ रहा था। ये छात्र अमेरिका की Tulane university का है और इसका नाम Luke Auld-Thomas है।
मीडिया को दिए बयान में थोमस ने कहा कि ऐसे ही पढ़ते हुए गूगल सर्च के 16वें पेज पर उसे मेक्सिको के जंगल में ये शहर मिला है। ये एक विशाल माया नगर है, जिसमें पिरामिड, खेल के मैदान, दो जिलों को जोड़ने वाले पुल और एम्फीथियेटर जैसी चीजें मिली हैं।
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PhD student finds lost city in Mexico jungle by accident #archaeology #Maya https://t.co/2dixWCmCZJ
---विज्ञापन---— David Gill (@davidwjgill) October 29, 2024
Lidar survey की मदद से ढूंढा गया नया शहर
दरअसल, छात्र ने गूगल मैप पर Lidar survey की मदद से इस शहर को खोजा है। बता दें लिडार सर्वे में रिमोट सेंसिंग तकनीक से हजारों की संख्या में लेजर छोड़े जाते हैं जो जमीन और मैप्स पर अन्य ओब्जेक्ट से टकराकर वापस आते हैं। वैज्ञानिक इनकी मदद से ही जानकारी एकत्रित करते हैं।
नए शहर को नाम दिया गया वेलेरियाना
जानकारी के अनुसार इस खोए शहर को वेलेरियाना नाम दिया गया है। अभी तक की जांच में पता चला है कि ये शहर प्राचीन लैटिन अमेरिका के माया लोगों का हो सकता है। यहां जांच में तीन बड़े आकर के स्थल मिले हैं तो वर्तमान के स्कॉटलैंड की राजधानी एडिनबर्ग के बराबर हैं। इस शोध में थॉमस का साथ देने वाले प्रोफेसर मार्सेलो कैनुटो ने मीडिया में कहा कि यह खोज हमारी पुरानी सभ्यता का जीता जागता सबूत है। उन्होंने कहा कि ये सही नहीं है कि इन जंगलों में जीवन नहीं था बल्कि दुनिया का यह हिस्सा समृद्ध और जटिल संस्कृतियों का घर रहा है।
कभी 50000 लोगों का घर था ये शहर
इस शहर को खोजने वाला थॉमस पुरातत्वविद है, पर्यावरण निगरानी के लिए मैक्सिकन संगठन द्वारा किए गए सर्वे को पढ़ने के दौरान उन्होंने ये खोज की है। अभी तक की स्टडी में पता चला है कि ये शहर करीब 750 से 850 ई.का हो सकता है और उस समय यहां करीब 50000 लोग रहते होंगे। शोधकर्ताओं के अनुसार ये यह संख्या आज इस क्षेत्र में रहने वाले लोगों की संख्या से अधिक है।
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