Pakistan Farmer Nationwide Protest: पाकिस्तान में किसान गेहूं संकट के खिलाफ 10 मई से दिल्ली में देशव्यापी प्रदर्शन करेंगे। इसका ऐलान करते हुए किसानों के संगठन इत्तेहाद ने कहा कि हजारों किसान मुल्तान से शुरू होने वाले आंदोलन में शामिल होंगे। पाकिस्तानी अखबार डाॅन की मानें तो देश में बंपर पैदावार के बावजूद गेहूं की कीमतें प्रति 40 किलोग्राम 3900 रुपये के आसपास बनी हुई है। वहीं सरकार देश के किसानों ने गेहूं खरीदने की बजाय विदेशों से आयात कर रही है। इससे किसान नाराज हैं।
किसानों ने गेहूं को लेकर बीते 30 अप्रैल को भी विरोध प्रदर्शन किया था। इस प्रदर्शन में सैकड़ों किसानों को हिरासत में लिया गया था। अजजजीरा की रिपोर्ट के अनुसार किसान सरकार के गेहूं आयात करने के फैसले का विरोध कर रहे हैं। सरकार के गेहूं आयात करने से गेहूं की कीमतों में गिरावट आई है।
कैबिनेट स्तर की समिति करेगी जांच- पीएम शाहबाज
वहीं इस मामले को लेकर पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ ने कहा कि गेहूं के आयात के फैसले को लेकर कैबिनेट स्तर पर एक जांच समिति का गठन किया गया है। यह समिति अनवर उल हक काकर की अध्यक्षता वाली पिछली कार्यवाहक सरकार के फैसले की जांच करेगी। क्योंकि देश में गेहूं की पर्याप्त आपूर्ति के बावजूद भी इसे क्यों आयात किया जा रहा है?
कार्यवाहक सरकार ने कमाया 100 अरब रुपये का मुनाफा
किसान इत्तेहाद के अध्यक्ष खालिद खोखर ने कहा कि मैंने कई किसान संघों से बात की है और हमने अपने ही नहीं बल्कि देश के हित के लिए विरोध करने का फैसला किया है। खोखर ने कहा कि विदेशी मुद्रा की कमी के बावजूद कार्यवाहक सरकार ने गेहंू का आयात करके 400 अरब रूपये से अधिक के विदेशी भंडार को नुकसान पहुंचाया। खोखर ने दावा करते हुए कहा कि कार्यवाहक सरकार के मुख्या अनवर उल हक काकर ने गेहूं के आयात से 100 अरब रूपये का मुनाफा कमाया। खोखर ने कहा कि 10 मई को मुल्तान में पूरे देश के किसान परिवार और पशुओं के साथ आंदोलन में शामिल होंगे।
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