दक्षिण कश्मीर के पहलगाम में मंगलवार (22 अप्रैल) को हुए आतंकी हमले के बाद देश-दुनिया में पाकिस्तान के खिलाफ आक्रोश है। भारत ने कठोर कार्रवाई करते हुए पांच बड़े फैसले लिए हैं और पाकिस्तान को संदेश दिया है कि आतंकवाद का समर्थन कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। इसी बीच पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने एक निर्लज्ज बयान दिया है। ब्रिटेन के स्काई न्यूज के साथ बातचीत के दौरान ख्वाजा आसिफ ने स्वीकार किया है कि पाकिस्तान का आतंकवाद को समर्थन करने और टेरर फंडिंग करने का लंबा इतिहास रहा है।
क्या कहा पाकिस्तानी रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने?
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत के सख्त एक्शन से पाकिस्तान खौफ में है। पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ के चेहरे पर भी ये डर साफ दिखा। ब्रिटिश समाचार नेटवर्क स्काई न्यूज के सवालों का जवाब देते हुए ख्वाजा आसिफ ने इस बात को स्वीकार किया है कि पाकिस्तान करीब 3 दशकों (30 साल) से आतंकवाद का मददगार बना हुआ है। पाकिस्तान के रक्षा मंत्री से जब पूछा गया कि क्या इस्लामाबाद का आतंकवादी समूहों को फंडिंग और सपोर्ट करने का इतिहास रहा है? इस पर उन्होंने अमेरिका, ब्रिटेन और पश्चिम देशों के लिए ये ‘गंदे काम’ करने की बात स्वीकार की।
US-UK और पश्चिम देश पर फोड़ा ठीकरा
भारत वैश्विक मंचों से हमेशा से ये दावा करता रहा है कि पाकिस्तान सरकार आतंकियों को समर्थन देती है। अब वहां के रक्षा मंत्री के कबूलनामे ने इस बात पर पक्की मुहर लगा दी है। ख्वाजा एम आसिफ स्काई न्यूज से बात कर रहे थे। इंटरव्यू के दौरान मंत्री से पूछा गया क्या आप मानते हैं कि पाकिस्तान का इन आतंकवादी संगठनों को समर्थन, प्रशिक्षण और फंडिंग करने का एक लंबा इतिहास रहा है? इस सवाल के जवाब में पाकिस्तानी मंत्री ने कहा, ‘हम पिछले 3 दशकों से अमेरिका के लिए ये ‘गंदा काम’ कर रहे हैं, जिसमें पश्चिमी देश और यूनाइटेड किंगडम भी शामिल हैं।’
एक साक्षात्कार की क्लिप साझा कर रहा हूँ – पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ने कबूला कि पाकिस्तान ही भारत में आतंकवाद को बढ़ावा देता है।#PahalgamTerroristAttack pic.twitter.com/fIsMNFOGRN
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‘पाकिस्तान को इसकी वजह से नुकसान उठाना पड़ा’
हालांकि, उन्होंने इसे एक ‘गलती’ करार दिया और कहा कि पाकिस्तान को इसकी वजह से नुकसान उठाना पड़ा। उन्होंने कहा कि अगर इस्लामाबाद सोवियत-अफगान युद्ध और 9/11 के बाद तालिबान के खिलाफ अमेरिका के नेतृत्व वाले युद्ध के दौरान पश्चिम के साथ शामिल नहीं होता तो पाकिस्तान का ट्रैक रिकॉर्ड ‘बेदाग’ होता। पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ने अमेरिका और पश्चिमी देशों के लिए आतंकवादियों को समर्थन देकर ‘गंदा काम’ करने की बात स्वीकार की है। यह बात पहलगाम आतंकवादी हमले के मद्देनजर सामने आई है, जिसमें बैसरन घाटी में 27 निर्दोष नागरिकों की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।