Operation Sindoor: ऑपरेशन सिंदूर की सफलता और आतंक के गढ़ पाकिस्तान को पूरी दुनिया के सामने बेनकाब करने में भारत की पहल अपना असर दिखाने लगी है। पहलगाम आतंकी हमले की जवाबी कार्रवाई में भारतीय सेना ने आतंकियों के ठिकानों पर अटैक कर उनका विनाश किया था। मगर कोलंबिया ने इन हमलों पर नाराजगी जताई थी। शशि थरूर के नेतृत्व में कोलंबिया पहुंचे डेलीगेशन से बातचीत के बाद कोलंबियाई सरकार ने आधिकारिक तौर पर अपना वह बयान वापस ले लिया है। भारत ने इस बयान पर कड़ा ऐतराज जताते हुए इसे निराशाजनक बताया था।
क्या था पूरा मामला?
दरअसल, जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले का मुंहतोड़ जवाब देने के लिए भारतीय सेना ने ऑपरेशन सिंदूर चलाया था, जिसमें पाकिस्तान के आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया गया था। बता दें कि इस अटैक के बाद कई बड़े आतंकियों की मौत हुई थी। रिपोर्ट्स के मुताबिक, हाफिज सईद के परिवार के लोगों की भी इसमें मौत हुई थी। इस पूरे घटनाक्रम में कोलंबिया ने भारतीय सैन्य कार्रवाइयों के बाद पाकिस्तान में हुई मौतों पर संवेदना व्यक्त की थी।
#WATCH | Colombia officially withdraws its earlier statement that it issued expressing condolences on the loss of lives in Pakistan after the Indian strikes; earlier, Shashi Tharoor, who is leading the all-party delegation, raised concern and said – we (India) were a little… pic.twitter.com/iVFmLUl1yP
— ANI (@ANI) May 30, 2025
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शशि थरूर की कूटनीति
भारत की ओर से भेजे गए सर्वदलीय संसदीय प्रतिनिधिमंडल, जिसका नेतृत्व कांग्रेस सांसद शशि थरूर कर रहे हैं, ने इस मुद्दे को कोलंबियाई अधिकारियों के समक्ष उठाया। प्रतिनिधिमंडल की कोलंबिया की उप-विदेश मंत्री रोसा योलांडा विलाविसेनियो के साथ हुई बैठक के बाद, कोलंबिया ने अपना रुख स्पष्ट करते हुए अपना पुराना बयान वापस लिया।
शशि थरूर संतुष्ट
इस पूरे घटनाक्रम पर प्रतिक्रिया देते हुए थरूर ने कहा कि उप-विदेश मंत्री ने बहुत विनम्रता से बोला है कि उन्होंने वह बयान वापस ले लिया है, जिस पर हमने चिंता व्यक्त की थी और वे इस मामले पर हमारी स्थिति को पूरी तरह समझते हैं। यह हमारे लिए बहुत जरूरी है क्योंकि यह साफ तौर पर बताता है कि भारत की संवेदनशीलता को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर गंभीरता से लिया जा रहा है।
क्या बोली कोलंबिया की उप-विदेश मंत्री?
कोलंबिया की उप-विदेश मंत्री रोसा योलांडा विलाविसेनि ने भी भारत की ओर से दी गई जानकारी और तर्कों को स्वीकार करते हुए कहा कि हमें पूरा विश्वास है कि आज हमें जो विस्तृत जानकारी मिली है और भारत की वास्तविक स्थिति, संघर्ष और कश्मीर में जो कुछ हुआ, उसके बारे में अब हमारे पास जो विस्तृत जानकारी है, उसके साथ हम बातचीत भी जारी रख सकते हैं।
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