Jean Hilliard survive after being frozen : यदि आपसे कोई कहे कि बर्फ की तरह जमे हुए पानी में भी इंसान जिन्दा रह सकता है तो शायद आप अचम्भे में पड़ जाएंगे कि क्या यह संभव है, लेकिन संयुक्त राज्य अमेरिका के मिनेसोटा की एक महिला ने इसको संभव कर दिखाया है। बता दें कि वहां का तापमान माइनस से भी कम रहता है। ऐसे माहौल में भला कैसे कोई जिन्दा रह सकता है।
6 घंटे तक बर्फ में रहीं जीन
20 दिसंबर, 1980 की रात को जीन हिलियार्ड( Jean Hilliard) नाम की 19 साल की लड़की अपने घर लौट रही थी, तभी बीच रास्ते में वह अपनी कार से नियंत्रण खो बैठी और सड़क किनारे एक बर्फीले गड्ढे में जा गिरी। करीब 6 घंटे बाद, जब जीन को होश आया तो वह बर्फीले गड्ढे से निकलने के बाद मदद लेने के लिए माइनस 30 डिग्री सेल्सियस में अपने दोस्त के घर की ओर चल पड़ी, लेकिन वह बीच रास्ते में ही बेहोश हो गई। वह लगभग छह घंटे तक बर्फ की तरह जमी हुई पड़ी रही। इसके बाद उनके परिचित वैली नेल्सन इलाज के लिए तुरंत अस्पताल ले गए।
जब लौट आई जिंदगी
इस घटना को साल दर साल बीतते गए, जीन के परिचित नेल्सन ने मिनेसोटा पब्लिक रेडियो से उनकी मौत की पुष्टि की। फॉस्टन अस्पताल के डॉक्टरों को हिलियार्ड से अधिक उम्मीदें नहीं थीं। वे उसकी जमी हुई बांह में आईवी भी नहीं लगा सके। वे सुइयां तोड़ते रहे। उन्हें लगा कि वह लगभग पहले ही मर चुकी है, लेकिन फिर भी उन्होंने उसे हीटिंग पैड से गर्म करने का फैसला किया। अस्पताल स्टाफ के एक श्रद्धालु सदस्य ने अपने पादरी को बुलाया और सुबह की प्रार्थना शुरू की। ये क्या… हिलियार्ड एक शरीर ऐंठन से जाग उठा। दोपहर तक वह ठीक-ठाक तरीके से बात कर रही थी। कुछ ही घंटों में, वह बर्फ के एक टुकड़े से एक डरी हुई किशोरी के पास चली गई, उसे चिंता हो रही थी कि उसके पिता को पता चल जाएगा कि उनकी कार खाई में है। अब इसे चमत्कार ही कह सकते हैं कि कोई बर्फ जैसे पानी में रहे और जिन्दा बच जाए।