Israel Hamas War Latest Update Palestinian Women Uses Period Delaying Pills: इजरायल-हमास जंग को शुरू हुए 25 दिन पूरे हो चुके है। आज जंग का 26वां दिन है। इजरायल के हमलों से गाजा पट्टी पूरी तरह तबाह हो चुका है। बड़ी संख्या में महिलाओं, बच्चों, बुजुर्गों को यूएन के शिविरों में भेजा जा रहा है। शिविरों में दवाइयों की कमी है जिससे लोग परेशान हो रहे हैं। इस जंग का सबसे ज्यादा असर बीमार और गर्भवती महिलाओं पर पड़ा है। भोजन, पानी और दवा जैसी मूलभूत सुविधाओं के अभाव के कारण पीरियड्स रोकने के लिए गोलियां खाने को मजबूर हैं। इनमें से कई युवतियां ऐसी हैं जिन्हें पहली बार पीरियड्स आने शुरू हुए हैं।
शिविरों में पानी, बिजली और सेनेटरी नेपकिन नहीं
अल जजीरा की रिपोर्ट के अनुसार गाजा पट्टी के शरणार्थी शिविरों में कई फिलिस्तीन की महिलाएं हमले के कारण मासिक धर्म में देरी वाली गोलियों का इस्तेमाल कर रही है। विशेषज्ञों की मानें तो इन गोलियों के कारण शारीरिक परेशानियां और असहनीय दर्द बढ़ने का खतरा बढ़ गया है। ये सभी महिलाएं विस्थापन के कारण भीड़भाड़ में रह रही हैं। इन शिविरों में ना तो प्राइवेसी है और ना ही पानी और मासिक धर्म के दौरान काम आने वाले उत्पाद।
माहवारी का दर्द कम करने के लिए खा रहीं गोलियां
इन सब उत्पादों की कमी की वजह से महिलाएं नाॅरएथिस्टरोन गोलियां ले रहीं हैं। जो आमतौर पर गंभीर मासिक धर्म और दर्दनाक परिस्थितियों में ली जाती है। बता दें कि अब तक गाजा पट्टी से करीब 14 लाख से अधिक लोग विस्थापित हुए हैं। ये सभी यूएन के शिविरों में रह रहे हैं। जहां निजता की सुरक्षा के लिए कोई जगह नहीं है। शिविरों में रह रही महिलाओं ने बताया कि माहवारी का दर्द झेलने के लिए गोलियाें का सहारा लेना पड़ रहा है।
बता दें कि इजरायल के हमले में अब तक 8 हजार से अधिक फिलिस्तीनियों की मौत हो चुकी हैं। जिसमें से अधिकांश महिलाएं और बच्चे हैं। इस बीच इजरायल की सेना गाजा पट्टी में प्रवेश कर चुकी है और हमास के आतंकियों को ढूंढ-ढूंढ के मार रही हैं।