Israel-Hamas Conflict: हमास के खिलाफ युद्ध में इजराइल भी बड़ी कीमत चुका रहा है। इस जंग में हमास समेत गाजा की तबाही तो हो ही रही है, लेकिन इजराइल का भी बड़े पैमाने पर नुकसान हो रहा है। इजराइल की अर्थव्यवस्था को इससे बड़ा नुकसान होने वाला है। जेपी मॉर्गन ने हाल ही में कहा है कि अगर यह युद्ध आगे बढ़ा तो इससे इजराइल की अर्थव्यवस्था 11 प्रतिशत सिकुड़ जाएगी। जेपी मॉर्गन ने भविष्यवाणी की है कि साल के आखिरी तीन महीनों के दौरान इजराइल की अर्थव्यवस्था में 11 प्रतिशत की गिरावट आ सकती है।
बता दें कि अगर ऐसा हुआ तो यह इजराइल का बहुत बड़ा नुकसान होगा। इस युद्ध में इजराइल को बड़े पैमाने पर पैसा खर्च करना पड़ रहा है। हालांकि अमेरिका इजराइल को बहुत पैसा दे रहा है फिर भी इजराइल पर काफी बोझ पड़ने वाला है। जानकारों के मुताबिक इसकी एक बड़ी वजह तो इजराइल में कामगारों की कमी हो जाना है। एक करोड़ से भी कम जनसंख्या वाले इस देश को गाजा पर हमला जारी रखना बहुत मुश्किल होने वाला है। क्योंकि वहां काम करने वाले लोगों की कमी हो जाएगी। गाजा पर हमले के बीच आसपास के दूसरे दुश्मन देश भी इजराइल पर हमला कर सकते हैं। ऐसे में इजराइल को दो मोर्चों पर लड़ाई लड़नी पड़ेगी।
कितना खर्च हो रहा है युद्ध पर
इजराइल में सैनिकों की संख्या भी इतनी ज्यादा नहीं है। वहां काम करने वाले काफी संख्या में लोग युद्ध के काम में व्यस्त हो गए हैं। सैनिक कम होने की वजह से इजराइल के आम नागरिक जो अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण योगदान देते हैं युद्ध में भाग लेने लगेंगे। इस वजह से उसकी अर्थव्यवस्था पर बुरा प्रभाव पड़ेगा। इजराइल की मुद्रा लगातार गिर रही है और यह 11 साल के निचले स्तर पर पहुंच गई है। बताया जा रहा है कि हर 4 दिन में इजराइल को युद्ध में एक बिलियन डॉलर खर्च करना पड़ सकता है।
इजराइल और हमास के बीच युद्ध 7 अक्टूबर को तब शुरू हुआ जब हमास ने एक के बाद एक ताबड़तोड़ 5000 रॉकेट इजराइल पर दागे। इसमें इजराइल के करीब 1400 लोगों की मौत हुई थी। इसके बाद इजराइल ने युद्ध का ऐलान कर दिया। यह युद्ध अब इजराइल के लिए महंगा साबित होता जा रहा है। वहीं इस युद्ध में अभी तक दोनों तरफ से 8 हजार के करीब लोगों की मौत हो चुकी है। इजराइल गाजा पर लगातार बम बरसा रहा है।
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