लंदन: एक खूबसूरत चेहरा देखकर आपके मन में सौम्यता का ही भाव आएगा और जब पता चले कि यह चेहरा एक नर्स का है तो फिर सिर अदब से झुक जाएगा। इसके उलट यूनाइटेड किंगडम से सामने एक मामले में यह अवधारणा बदलते देर नहीं लगेगी। यहां खूबसूरती और पेशा, दोनों को ही एक नर्स की ओछी हरकत ने कलंकित कर दिया। मामला 7 नवजात बच्चों की हत्या का है, जिसमें कोर्ट ने दोषी 33 वर्षीय नर्स को बाकी जिंदगी कैद में गुजारने का हुक्म दिया है।
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जून 2015 और जून 2016 के बीच इंग्लैंड काउंटेस ऑफ चेस्टर अस्पताल में हुई थी नवजात शिशुओं की मौत, मैनचेस्टर क्राउन कोर्ट में नर्स दोषी करार
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रहती जिंदगी जेल में ही कटेगी पूर्व नर्स की, दुनिया के इतिहास में सबसे खतरनाक बेबी किलर महिला का लगा टैग
हत्यारिन नर्स लूसी लेटबाय (Lucy Letby) इंग्लैंड के हीयरफोर्ड की रहने वाली है, जो काउंटेस ऑफ चेस्टर अस्पताल की नियो नैटल यूनिट में सेवारत थी। लूसी पर जून 2015 और जून 2016 के बीच इस यूनिट में काम करते वक्त 7 बच्चों की हत्या करने और 10 बच्चों की जान लेने की भी कोशिश का आरोप है। इस राज से पर्दा तब उठा, जब नाइट शिफ्ट में ड्यूटी दे रही इस नर्स के अधिकारक्षेत्र में कई बच्चे अचानक से बीमार होने लगे। कई की मौत तो बिना बीमारी या किसी समस्या के ही हो गई।
5 लड़के और 2 लड़कियों की मौत की इस खौफनाक घटना ने सभी को हिलाकर रख दिया। हद तो तब हो गई, जब नर्स ने सिर्फ एक दिन के बच्चे को इसी तरह खाली इंजेक्शन लगाकर मार डाला, वहीं जन्म के वक्त एकदम स्वस्थ एक बच्ची जैसे ही लेटबाय के संरक्षण में पहुंची, सिर्फ 90 मिनट में उसकी मौत हो गई। नर्सों की रिकॉर्ड बुक से पता चला कि बच्चों की मौत उसी दिन रात में हुई, जब यह शिफ्ट में थी।
उत्तर पश्चिमी इंग्लैंड के मैनचेस्टर क्राउन कोर्ट में मुकदमे के चलते पुलिस जांच में अक्टूबर 2022 में लूसी लेटबाय के घर से एक नोट मिला, जिसमें लिखा था, ‘मैं बुरी हूं और मैंने ही ऐसा किया। मैं जीने के लायक नहीं हूं। मैंने जान-बूझकर मार डाला, क्योंकि मैं उन सबकी देखभाल नहीं कर सकती थी। मैं बहुत दुष्ट हूं’। इस बारे में अभियोजक निक जॉनसन ने कहा था कि चेस्टर में नर्स के घर की तलाशी के दौरान पुलिस को अन्य कागजात के बीच यह नोट मिला। इसके अलावा मार दिए गए कई बच्चों से संबंधित दस्तावेज भी मिले।
अभियोजक पक्ष की मानें तो कत्लों की आरोपी नर्स लेटबाय ने नवजात शिशुओं की जान लेने के लिए अलग-अलग तरीके आजमाए। कोर्ट को बताया गया कि कभी हथेली में समा जाने वाले नवजातों को वह इंसुलिन दे देती थी तो कभी वह बच्चों को या इंजेक्शन में दूध डालकर नस में चढ़ा देती या फिर खाली सीरिंज के जरिए शरीर में हवा भर देती थी। जब कोई बच्चा नहीं मरता तो उसकी जान लेने के लिए फिर से कोशिश की जाती। हालांकि महिला ने कोर्ट में अपने आप को निर्दोष बताया।
हालांकि बचाव पक्ष के वकील बेन मायर्स ने पिछले साल जूरी मेंबर्स से कहा था कि कुछ मामलों में नवजात बच्चों (New Born Babies Death) की मौत का कारण साफ नहीं है, ऐसे में उसे दोषी ठहराया जाना उपयुक्त नहीं होगा। अब गुरुवार को तमाम सबूतों और गवाहों की बिनाह पर ज्यूरी ने इस खूबसूरत हसीना को कत्ल का दोषी मानते हुए रहती उम्र कैद में काटने का फरमान दिया है। इसी फैसले के साथ वह न सिर्फ ब्रिटेन के, बल्कि दुनिया के इतिहास में सबसे खतरनाक बेबी किलर महिला बन गई है।