SHAKTI-VIII: फ्रांस के ला कैवेलरी के कैंप लारजैक भारत-फ्रांस संयुक्त सैन्य अभ्यास किया गया। यह भारत-फ्रांस संयुक्त सैन्य अभ्यास शक्ति-VIII का आठवां एडिशन था। इस अभ्यास से हमारे पड़ोसी देश की टेंशन बढ़ सकती है। इस एडिशन में कठिन युद्धों को सफलतापूर्वक कैसे किया जा सकता है, इसकी प्रैक्टिक की गई। इसकी कुछ तस्वीरें भी सामने आई हैं, जिसमें सैनिकों को अभ्यास करते देखा जा सकता है।
क्या है शक्ति-VIII?
इंडो-फ्रांस जॉइंट मिलिट्री एक्सरसाइज शक्ति-VIII का एडिशन पूरा हो चुका है। इस समारोह का समापन आज फ्रांस के ला कैवेलरी के कैंप लारजैक में हुआ। इस एक्सरसाइज को करने का उद्देश्य भारतीय और फ्रांसीसी सेनाओं के बीच अंतर-संचालन (Interoperability) आपसी विश्वास और स्ट्रेटेजिक कोऑर्डिनेशन करना था।
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The eighth edition of the Indo-French Joint Military Exercise SHAKTI-VIII culminated today at Camp Larzac, La Cavalerie in France, with a formal closing ceremony. The exercise marked the successful completion of an intensive training engagement aimed at enhancing… pic.twitter.com/dPRwVjsW9a
---विज्ञापन---— ANI (@ANI) July 3, 2025
इसमें भारतीय दल शामिल थे, जिसमें जम्मू और कश्मीर राइफल्स बटालियन के 90 कर्मी शामिल रहे। साथ ही अन्य सेनाओं और सेवाओं के सैनिक भी शामिल हुए। विदेशी सेना, नौसेना और फ्रांसीसी वायु और अंतरिक्ष बल की अलग-अलग यूनिट्स के 500 से ज्यादा कर्मियों ने हिस्सा लिया।
किन चीजों का अभ्यास?
फ्रांस में 18 जून से 1 जुलाई तक आयोजित इस अभ्यास का आयोजन 13वीं फ्रांसीसी विदेशी सेना डेमी-ब्रिगेड (13 डीबीएलई) ने किया। इस प्रोग्राम में दोनों पक्षों के लड़ाकू विमानों के साथ-साथ लगभग 50 बख्तरबंद और टैक्टिकल व्हीकल भी शामिल रहे। इस दौरान, लड़ाकू शूटिंग, शहरी वॉर ट्रैनिंग, बाधा पार करना, इलेक्ट्रॉनिक युद्ध (EW) एकीकरण और काउंटर-अनमैन्ड एरियल सिस्टम (C-UAS) ऑपरेशन्स को अंजाम देने की प्रक्टिस की गई।
फ्रांसीसी दूतावास ने क्या कहा?
नई दिल्ली स्थित फ्रांसीसी दूतावास ने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी की। इसमें कहा गया कि ‘इसका आयोजन भारतीय और फ्रांसीसी सैन्य कर्मियों को कठिन युद्ध स्थितियों में तैयार करने के लिए किया गया है।’ आगे कहा गया कि ‘यह अभ्यास फ्रांसीसी और भारतीय सशस्त्र बलों के बीच सहयोग और आपसी सम्मान का बेहतर रास्ता बनाएगा। साथ ही, भारत-फ्रांस रक्षा साझेदारी को भी मजबूती देगा।’
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