Gold Card Visa Programme: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ‘गोल्ड कार्ड’ वीजा प्रोग्राम की शुरुआत एक वेबसाइट लॉन्च करके की है, जिस पर लोग अब अमेरिका कावीजा पाने के लिए ऑनलाइन अप्लाई कर सकते हैं. राष्ट्रपति ट्रंप ने वीजा प्रोग्राम को व्हाइट हाउस में बिजनेस लीडर्स की मौजूदगी में शुरू किया और बताया कि वीजा प्रोग्राम के तहत अमेरिका की नागरिकता पाने के लिए 1 मिलियन डॉलर (8,97,93,350 रुपये) देने होंगे, वहीं कंपनियों को 2 मिलियन डॉलर चुकाने होंगे.
#WATCH | US President Donald J Trump says, "Very excitingly for me and for the country, we've just launched the Trump Gold Card. The site goes up in about 30 minutes, and all funds go to the United States government… It's somewhat like a green card, but with big advantages over… pic.twitter.com/JbOM80GLvT
---विज्ञापन---— ANI (@ANI) December 10, 2025
इस वीजा प्रोग्राम को रिप्लेस करेगा गोल्ड कार्ड
बता दें कि राष्ट्रपति ट्रंप को गोल्ड कार्ड वीजा प्रोग्राम अमेरिका के पुराने वीजा प्रोग्राम EB-5 को लॉन्च करेगा, जो 1990 से लागू था. EB-5 वीजा के तहत दूसरे देशों के लोग अमेरिका में करीब 1 मिलियन डॉलर का इन्वेस्टमेंट करके और करीब 10 लोगों को रोजगार देकर ग्रीन कार्ड ले सकते थे, लेकिन राष्ट्रपति ट्रंप का गोल्ड कार्ड वीजा प्रोग्राम EB-5 वीजा प्रोग्राम से बेहतर है, इससे अमेरिका को जहां नया टॉप का टैलेंट मिलेगा, वहीं सरकार को इनकम भी होगी, जो सरकारी खाते में जाएगी, जिसे देश के विकास के लिए खर्च किया जाएगा.
प्रतिभाशाली लोगों के लिए तोहफा है नया वीजा
राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा कि गोल्ड कार्ड लॉन्च करके खुशी हो रही है. वेबसाइट लाइव हो गई है, जिस पर वीजा के लिए आवेदन कर सकते हैं. यह वीजा प्रोग्राम ग्रीन कार्ड जैसा ही है, लेकिन ग्रीन कार्ड से कहीं ज्यादा फायदेमंद है. कंपनियां गोल्ड कार्ड खरीदकर विदेशी कर्मचारी को हमेशा के लिए अपने पास रख सकती हैं. यह किसी भी देश के टैलेंट को अपने देश में लाने का मौका है और इससे कंपनियों को सबसे ज्यादा फायदा होगा. क्योंकि उनके कई विदेशी कर्मचारियों को वीजा खत्म होने के बाद वतन लौटना पड़ता है, लेकिन अब ऐसा नहीं होगा.
Trump on Gold Card: They graduate from college, that have to go back to India or China or France, wherever they came from.. it's ridiculous, we are taking care of that. The companies will be very happy and I know Apple will be happy. Nobody talked to me more about it than Tim… pic.twitter.com/rK8W9nEu30
— Acyn (@Acyn) December 10, 2025
ये लोग होंगे सबसे बड़े लाभार्थी, कड़ी जांच होगी
राष्ट्रपति ट्रंप ने बताया कि गोल्ड कार्ड वीजा प्रोग्राम का मकसद ही टॉप लेवल के टैलेंट को अमेरिका तक लाना है. चीन, भारत और फ्रांस समेत दुनिया के कई देशों की टॉप यूनिवर्सिटीज में पढ़ रहे विदेशी छात्र इस वीजा प्रोग्राम का फायदा उठा सकते हैं. वहीं कॉमर्स सेक्रेटरी हॉवर्ड लुटनिक ने बताया कि वीजा के लिए आने वाली हर एप्लिकेशन की कड़ी जांच होगी और आवेदन के बैकग्राउंड की चेकिंग के लिए 15,000 डॉलर अलग से देनें होंगे. कंपनियां एक से ज्यादा गोल्ड कार्ड ले सकती हैं और एक कार्ड एक व्यक्ति के लिए ही होगा.
कई देशों में लॉन्च किए हैं ‘गोल्डन वीजा’ प्रोग्राम
बता दें कि कई देशों ने गोल्डन वीजा प्रोग्राम शुरू किया है, जिसमें ब्रिटेन, स्पेन, ग्रीस, माल्टा, ऑस्ट्रेलिया, कनाडा और इटली जैसे 20 से ज्यादा देश हैं, जो इन्वेस्टमेंट के बदले विदेशियों को अपने देश का वीजा देते हैं.










