Japan Trail Type-88 Missile: जापान ने अब समुद्री रास्ते पर अपनी सुरक्षा और बढ़ा ली है। जापान ने मंगलवार को टाइप-88 मिसाइल का सफल परीक्षण किया है। जापानी सेना ने बताया कि उसने अपने क्षेत्र में पहली बार मिसाइल परीक्षण किया है। यह परीक्षण जापान के उत्तरी मुख्य द्वीप होक्काइडो में सेना की फायरिंग रेंज में हुआ है। बताया गया कि टाइप-88 सतह से जहाज पर मार करने वाली कम दूरी की मिसाइल का परीक्षण किया गया। यह मिसाइल चीन से आने वाले शिप को जापान की सीमा से 200 किमी ही ध्वस्त कर देगी।
क्या है टाइप-88 मिसाइल?
टाइप 88 सतह से जहाज तक मार करने वाली मिसाइल (SSM-1 ) एक ट्रक पर लगाई जाने वाली जहाज रोधी मिसाइल है। इसे साल 1980 के दशक के अंत में जापान की मित्सुबिशी हैवी इंडस्ट्रीज ने बनाया है। पहले यह मिसाइल हवा में लॉन्च होती थी, बाद में इसे जहाज से लांच करने की जाने वाली टाइप 90 (SSM-1B) मिसाइल के रूप में विकसित किया गया। इसमें कम रीलोड समय, कम जीवन चक्र लागत और 200 किमी की सीमा भी है।
अभी तक टाइप-12 थी सबसे ताकतवर
टाइप-88 मिसाइल की रेंज करीब 200 किमी है। अभी तक यह खिताब टाइप 12 एसएसएम मिसाइल के नाम था। हालांकि जापान की सरकार टाइप-12 के नए एडीशन को टारगेट बढ़ाकर कम से कम 900 किमी और अधिकतम 1,200 किमी तक बढ़ाना है।
चीन से निपटने के लिए तैयार हो रहा जापान
चीन के लगातार हो रहे सैन्य विस्तार को देखते हुए जापान की सरकार अपनी ताकत को बढ़ाने में जुटी है। जापान के रक्षा मंत्रालय ने वित्तीय वर्ष 2023 से 2027 तक मिसाइल के अनुसंधान और विकास के लिए 223 मिलियन अमरीकी डॉलर जारी किए थे। जापान की मौजूदा स्टैंड-ऑफ मिसाइल क्षमता मुख्य रूप से अपडेट टाइप-12 एसएसएम पर केंद्रित है। स्टैंड-ऑफ मिसाइलें सेना को दुश्मन की सीमा से बाहर दुश्मन के मिसाइल ठिकानों जैसे स्थलों पर हमला करने की क्षमता रखती है।
जापान और चीन के बीच की दूरी
जापान और चीन के बीच कार्गो जहाज से दूरी 611 नॉटिकल मील (1,131 किलोमीटर / 703 मील) है। यह दूरी हाकाटा (JPHKT) और किंगदाओ (CNQDG) के बीच समुद्र के रास्ते मापी जाती है। जापान टाइप-12 मिसाइल को अपडेट कर उसकी रेंज 1200 किमी तक बढ़ाने की कोशिश कर रहा है। अगर ऐसा हुआ तो चीन से निकलने वाले जहाज को जापान चीन की सीमा में ध्वस्त कर सकता है।