नई दिल्ली: अमेरिका में कोरोना (Covid-19) ने एकबार फिर चिंता बढ़ा दी है। हालात ये हैं कि पीड़ितों का ग्राफ बढ़ता दिख रहा है। 15 जुलाई वाले सप्ताह में अमेरिका में कोरोना के 556 से अधिक मामले सामने आए हैं। बताया गया है कि पिछले सप्ताह कोरोना के 6,444 नए मामले आए थे, जो इस 15 जुलाई वाले हफ्ते में बढ़कर 7,100 हो गई है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, यहां औसतन हर दिन कोरोना मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी देखी जा रही है।
सेंटर्स फॉर डिजीज कंट्रोल और प्रिवेंशन (CDC) के अनुसार पिछले कुछ दिनों से अमेरिका के अस्पतालों में कोविड-19 संक्रमित व्यक्तियों की संख्या में लगातार बढ़ोतरी देखी जा रही है। एक आंकड़े के मुताबिक, पिछले दिनों अस्पताल में कोरोना पीड़ितों के भर्ती होने की संख्या में 10 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की गई है, जो साल दिसंबर 2022 के बाद से सबसे ज्यादा है। जुलाई तक तकरीबन 0.73% लोग कोरोना के कारण अस्पताल आए, जबकि एक महीने पहले यह आंकड़ा 0.49% था।
एटलांटा के सीडीसी के कोविड प्रबंधक डॉ. ब्रेंडन जैक्सन का कहना है कि पिछले छह-सात महीने में अमेरिका में कोरोना के मामले बहुत कम हो गए थे, लेकिन हालात फिर से बिगड़ने लगे हैं। साथ ही उन्होंने आशंका जताई है कि यह कोविड की ग्रीष्मकालीन लहर की शुरुआत भी हो सकती है। साथ ही उन्होंने कहा कि एशिया में कोरोना के सब वैरिएंट म्युटाजैनिक के उभरने से भी चिंताएं बढ़ी हैं।
वहीं एनवाईयू लैंगोन मेडिकल सेंटर के मेडिसिन विभाग के प्रोफेसर डॉ. मार्क सीगल का कहना है कि यह कोरोना के ‘समर वेव’ की शुरुआत हो सकती है। उन्होंने लोगों को इससे बचने और एक्सबीबी सबवैरिएंट की बूस्टर डोज लगवाने की भी सलाह दी है।