नई दिल्ली: पश्चिमी कोलंबिया में एक विस्फोटक हमले में आठ पुलिस अधिकारी मारे गए हैं। हमला हुइला विभाग के एक ग्रामीण इलाके में हुआ। अभी तक किसी भी आतंकी समूह ने हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है।
पुलिस सूत्रों ने कहा कि शुक्रवार को पुलिस की टीम कही जा रही थी, इसी दौरान हमलावरों ने ब्लास्ट कर दिया जिसमें पुलिसकर्मियों की मौत हो गई। हमले के बाद कोलंबिया के राष्ट्रपति गुस्तावो पेट्रो ने कहा कि देश के लगभग 60 साल के इतिहास में सुरक्षाबलों पर ये सबसे घातक हमला है।
अभी पढ़ें – अफगानिस्तान के हेरात की मस्जिद में धमाका, अब तक 14 लोगों की मौत
Eight police officers were killed in an explosives attack in western Colombia on Friday, President Gustavo Petro said, the deadliest attack on security forces since he took office: Reuters
---विज्ञापन---— ANI (@ANI) September 3, 2022
राष्ट्रपति पेट्रो ने ट्विटर पर कहा कि मैं सैन लुइस हुइला में पुलिसकर्मियों पर हमले की निंदा करता हूं। इस घड़ी में सरकार पुलिसकर्मियों के परिजनों के साथ है। उन्होंने कहा कि मैंने अधिकारियों को हमले की जांच के लिए कहा है। पेट्रो ने शुक्रवार को हमले के संदिग्ध अपराधियों का नाम नहीं लिया, लेकिन सुरक्षा सूत्रों के अनुसार, एफएआरसी विद्रोही आंदोलन के तथाकथित असंतुष्ट क्षेत्र में सक्रिय हैं और उन्होंने वारदात को अंजाम दिया है।
पेट्रो के पिछले महीने देश के राष्ट्रपति के रूप में पदभार संभालने के बाद से यह सार्वजनिक सुरक्षा बलों पर पहला सबसे घातक हमला है। पेट्रो एम-19 गुरिल्ला का पूर्व सदस्य हैं। सत्ता में आने के बाद पेट्रो ने नेशनल लिबरेशन आर्मी (ईएलएन) के साथ बातचीत फिर से शुरू की है।
अभी पढ़ें – हमले में बाल-बाल बचीं अर्जेंटीना की उपराष्ट्रपति क्रिस्टीना फर्नांडीज, आरोपी गिरफ्तार
ईएलएन को अंतिम संगठित गुरिल्ला समूह के रूप में मान्यता प्राप्त है जो अभी भी दक्षिण अमेरिकी देश में काम कर रहा है। इससे पहले पूर्व राष्ट्रपति इवान ड्यूक ने बोगोटा में एक पुलिस अकादमी पर 2019 के कार बम हमले के बाद समूह के साथ शांति वार्ता को रोक दिया था। उस हमले में कम से कम 22 लोग मारे गए थे।
एएफपी की रिपोर्ट के अनुसार, कोलंबिया के राष्ट्रपति ने साठ साल के संघर्ष को समाप्त करने के इरादे से पूर्ण शांति नीति की मांग की है, जिसमें ड्रग तस्कर भी शामिल हैं। बता दें कि दक्षिणपंथी अर्धसैनिक बलों और मादक पदार्थों की तस्करी करने वाले गिरोहों के बीच कोलंबिया के संघर्ष में अकेले 1985 और 2018 के बीच कम से कम 450,000 लोग मारे गए हैं।
अभी पढ़ें – दुनिया से जुड़ी खबरें यहाँ पढ़ें
Click Here – News 24 APP अभी download करें