Chinese Beijing University: चीन की बीजिंग यूनिवर्सिटी ने एक महिला प्रोफेसर को गंभीर आरोप लगने के बाद सस्पेंड कर दिया है। 15 विद्यार्थियों का एक लेटर सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था। जिसमें स्टूडेंट्स ने आरोप लगाए थे कि महिला प्रोफेसर झेंग फेंग शोध मार्गदर्शन के बजाय उनसे घर के काम करवा रही है। 23 पन्नों का ये लेटर पिछले महीने सामने आया था। सभी विद्यार्थी बीजिंग यूनिवर्सिटी ऑफ पोस्ट्स एंड टेलीकम्युनिकेशंस (बीयूपीटी) में शोध करने आए थे। इस घटना की सोशल मीडिया पर भी खूब आलोचना हो रही है। विद्यार्थियों ने आरोप लगाया था कि वह उनको फ्लैट की सफाई करने, नाश्ता खरीदने, दोस्तों और परिवार को ड्राइव करने का काम देती है।
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आरोप था कि वह उनको डिलीवरी लाने और बेटी को होमवर्क करवाने के लिए मजबूर करती है। रोज उनको प्रयोगशाला में 10 घंटे रोका जाता है। रोज उनको 10 बजे के बाद मीटिंग करने के लिए कहती है। विरोध करने पर उनको शोधशाला से निकाल दिए जाने का डर दिखाया जा रहा है। यही नहीं, उनको एक स्थानीय कंपनी ने इंटर्न के लिए धनराशि दी थी। ये भी महिला प्रोफेसर ने रोक ली। छात्रों ने आरोप लगाया था कि लगातार उनकी मानसिक स्थिति खराब हो रही है। झेंग फेंग उनके साथ गुलामों जैसा व्यवहार कर रही है। वह शोध के बजाय उनसे दूसरे काम करवाती है।
बात-बात पर करती थी अपमानित
छात्रों ने आरोप लगाया कि बात-बात पर उनको अपमानित किया जाता है। उनसे दुर्व्यवहार किया जा रहा है। वायरल लेटर के बाद यूनिवर्सिटी की ओर से महिला प्रोफेसर को बाहर कर दिया गया है। प्रभावित स्टूडेंट्स की काउंसिलिंग के आदेश दिए गए हैं। कई लोग मामले में लगातार कार्रवाई की मांग कर रहे थे। वायरल लेटर पर भी लोग महिला को सोशल मीडिया पर ट्रोल कर रहे हैं। इस प्रोफेसर के खिलाफ पहले ही विद्यार्थियों का शोषण करने जैसे आरोप लग चुके हैं।