Imran khan Arrest: पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान शनिवार को तोशखाना केस में दोषी करार दिए गए। उन्हें तीन साल की सजा हुई। इमरान खान को लाहौर में उनके जमान पार्क आवास से गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया। तोशखाना केस मतलब विदेशों से मिले महंगे गिफ्ट को इमरान खान ने बेच दिया था। जिसमें सऊदी अरब के प्रिंस की कीमती घड़ी जैसे बेशकीमती गिफ्ट आइटम शामिल थे।
इमरान खान जेल जाने वाले पहले पाकिस्तानी प्रधानमंत्री नहीं हैं, देश के इतिहास में पहला मौका नहीं है, जब किसी पूर्व प्रधानमंत्री को जेल भेजा गया है। इससे पहले सुहरावर्दी से लेकर इमरान तक 5 निर्वाचित नेता गिरफ्तार हो चुके हैं। एक को फांसी दी गई थी। हालांकि बार-बार संविधान का उल्लंघन करने वाले पाकिस्तान के सैन्य तानाशाहों के खिलाफ कार्रवाई करने से कतरा रहा है।
जानें किन-किन नेताओं पर हुआ एक्शन?
हुसैन शहीद सुहरावर्दी ने जनरल का नहीं किया था समर्थन
हुसैन शहीद सुहरावर्दी पूर्वी पाकिस्तान के एक बंगाली राजनेता थे। उन्होंने पाकिस्तान के पांचवें प्रधानमंत्री के रूप में काम किया था। जनवरी 1962 में उन्हें गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया था। उनका कसूर सिर्फ इतना था कि उन्होंने सैन्य शासक जनरल अयूब खान का समर्थन करने से इंकार कर दिया था।
जुल्फिकार अली भुट्टो पर हत्या की साजिश का था आरोप
जुल्फिकार अली भुट्टो पाकिस्तान के 7वें प्रधानमंत्री थे। भुट्टो को 1974 में एक राजनीतिक प्रतिद्वंद्वी की हत्या की साजिश के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। उन्हें मौत की सजा सुनाई गई और 4 अप्रैल, 1979 को फांसी दे दी गई।
बेनजीर भुट्टो थीं देश की इकलौती महिला पीएम
जुल्फिकार अली भुट्टो की बेटी बेनजीर भुट्टो 1988 से 1990 तक और फिर 1993 से 1996 तक दो बार प्रधानमंत्री रहीं। उनके नाम देश की एकमात्र महिला प्रधान मंत्री बनने का रिकॉर्ड था। पहली बार 1985 में और 90 दिनों के लिए घर में नजरबंद रखा गया। इसके बाद अगस्त 1986 में कराची में एक रैली में सैन्य तानाशाह जियाउल हक की निंदा करने के लिए उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया था। अप्रैल 1999 में, उन्हें भ्रष्टाचार के आरोप में पांच साल की कैद की सजा सुनाई गई और अयोग्य घोषित कर दिया गया और 5 मिलियन पाउंड से अधिक का जुर्माना लगाया गया। वह गिरफ्तारी से बच गईं क्योंकि वह देश निकाला पर थीं।
नवाज शरीफ लंदन गए फिर वापस नहीं लौटे
1999 में जनरल परवेज मुशर्रफ के सत्ता संभालने के बाद नवाज शरीफ को गिरफ्तार कर लिया गया और बाद में 10 साल के लिए निर्वासित कर दिया गया। जुलाई 2018 में उन्हें भ्रष्टाचार के एक मामले में उनकी बेटी मरियम नवाज के साथ 10 साल जेल की सजा सुनाई गई थी। उसी वर्ष दिसंबर में उन्हें अल-अजीजिया स्टील मिल्स भ्रष्टाचार मामले में सात साल की जेल की सजा सुनाई गई थी। वह 2019 में इलाज के लिए लंदन गए और फिर कभी वापस नहीं आए।
हाईकोर्ट से गिरफ्तार हुए थे इमरान खान
शनिवार से पहले इमरान खान को 9 मई 2023 को भ्रष्टाचार के एक अन्य मामले में भी गिरफ्तार किया गया था, लेकिन सुप्रीम कोर्ट के हस्तक्षेप के बाद रिहा कर दिया गया। उन्हें 5 अगस्त, 2023 को तोशाखाना मामले में तीन साल जेल की सजा सुनाई गई थी।
पत्रकार हामिद मीर ने कहा था- इमरान आखिरी नहीं होंगे!
इमरान खान की गिरफ्तारी पर पाकिस्तान के पत्रकार ने देश के इतिहास पर अंगुली उठाई थी। उन्होंने कहा था कि इमरान खान जेल भेजे गए पहले प्रधान मंत्री नहीं हैं और शायद आखिरी भी नहीं होंगे। पहले हुसैन शहीद सुहरावर्दी, फिर ज़ुल्फिकार अली भुट्टो, फिर बेनजीर भुट्टो, फिर नवाज शरीफ और अब इमरान खान। प्रधानमंत्रियों और राजनेताओं को हमेशा दंडित किया जाता है।
उन्होंने यह भी कहा कि पाकिस्तान के इतिहास में किसी भी प्रधान मंत्री ने अभी तक अपना पांच साल का कार्यकाल पूरा नहीं किया है। इसके विपरीत, चार सैन्य तानाशाहों – औयब खान, याह्या खान, जियाउल हक और परवेज मुशर्रफ में से किसी को भी निर्वाचित सरकारों को गिराने और संविधान को नष्ट करने के लिए न्याय का सामना नहीं करना पड़ा।शक्तिशाली पाकिस्तान सेना ने 75 सालों में आधे से अधिक समय तक तख्तापलट वाले देश पर शासन किया है।
यह भी पढ़ें: तोशाखाना मामला: इमरान खान दोषी करार, इस्लामाबाद कोर्ट ने सुनाई 3 साल की सजा, जेल भेजे गए