इटली के एक गांव में कुछ ऐसा हुआ, जिसकी चर्चा पूरी दुनिया कर रही है. इटली के पगलियारा देई मारसी गांव में 30 साल बाद किसी इंसान के बच्चे की किलकारी सुनाई दी है, जिसे सभी चमत्कार मान रहे हैं. इस गांव में ज्यादातर बिल्लियां नजर आती हैं, लेकिन अब 30 साल बाद नन्ही परी के आने से पूरा गांव खुशी से झूम रहा है. बच्ची के माता-पिता ने उसका नाम लारा रखा है. इटली की प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी ने लारा के जन्मदिन के मौके पर जन्मे लाखों बच्चों को बेबी बोनस देने का ऐलान किया है.
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गांव में सिर्फ बिल्लियां दिखती थीं
लारा के जन्म के बाद गांव की आबादी करीब 20 हो गई है. लारा के बपतिस्मा समारोह में पूरा गांव साथ था. दरअसल इटली में जन्मदर लगातार कम हो रहा है. यूरोप में सबसे कम बर्थ रेट इटली का ही है. पगलियारा गांव भी इसी का उदाहरण है. पहाड़ों में बसे इस छोटे से गांव में इंसानों की आबादी धीरे-धीरे खत्म होती जा रही है. लोग शहरों में बस गए, गांव में इंसानों से ज्यादा बिल्लियां नजर आती हैं. पिछले 30 साल से इस गांव में किसी बच्चे का जन्म नहीं हुआ था, लेकिन अब जो तस्वीर आई वो काफी राहत देने वाली है.
जन्म दर कम होने की वजह क्या है?
इटली में महिलाएं बच्चों को जन्म देने से कतरा रही हैं और इसकी वजह है काम छोड़ने की मजबूरी. इटली में महिला और पुरुष दोनों मिलकर घर चलाते हैं, लेकिन गर्भवती महिलाओं को ना चाहते हुए भी काम छोड़ना पड़ता है. अगर दोनों में से कोई भी एक ना कमाए तो घर की आर्थिक हालत खराब होने लगती है. यही वजह है कि 2024 में इटली का बर्थ रेट 1.4 तक कम हो गया.










