Mohan Bhagwat: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक मोहन भागवत ने कहा कि व्यक्ति को अहंकार से दूर रहना चाहिए। अंहकार करने वाला गड्ढे में गिरता है। उन्होंने कहा कि समाज में गलत धारणाएं बढ़ती जा रही हैं। सभी को लगता है समाज में सब कुछ गलत हो रहा है, लेकिन मैं बता दूं कि हर नकारात्मक पहलू के लिए समाज में 40 गुना ज्यादा अच्छी और शानदार सेवा की जा रही है।
पुणे में एक कार्यक्रम में लोगों को संबोधित करते हुए मोहन भागवत ने कहा कि प्रगति का कोई अंत नहीं है। इंसान पहले सुपरमैन, फिर देवता और उसके बाद भगवान बनना चाहता है, लेकिन अभी यह नहीं समझना चाहिए कि बस अब हो गया। उन्हें लगातार काम करते रहना चाहिए, क्योंकि विकास का कोई अंत नहीं है। उन्होंने कहा कि देश के विकास के लिए समाज के सभी वर्गों को मजबूत बनाना जरूरी है, हर व्यक्ति में एक सर्वशक्तिमान ईश्वर होता है, जो समाज की सेवा करने की प्रेरणा देता है।