Iran Nuclear Technology: ईरान के पास कई न्यूक्लियर रिसर्च साइट्स हैं, देश का परमाणु कार्यक्रम एक बार फिर मीडिया की सुर्खियों में है। इजरायल की मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार ईरान के पास दो यूरेनियम खदानें, यूरेनिमय प्रोसेसिंग फैसिलिटीज और एक रिसर्च रिएक्टर भी है। बता दें ईरान के पास परमाणु तकनीक से सबसे ज्यादा खतरा इजरायल को है। दरअसल, ईरान के पास सालों पुराना असैन्य परमाणु ऊर्जा कार्यक्रम है, जो लंबे समय से अपने गैर-सैन्य उद्देश्यों को बनाए रखे हुए है।
इससे पहले ईरान सरकार ने बयान दिया था कि उसका परमाणु कार्यक्रम केवल शांतिपूर्ण उद्देश्यों के लिए है। परमाणु हथियारों का देश के परमाणु सिद्धांत में कोई स्थान नहीं है। वहीं, इजरायल और अमेरिका अक्सर ईरान पर परमाणु हथियार बनाने की कोशिश करने का आरोप लगाते रहते हैं। हाल ही में अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन ने कहा था कि मध्य पूर्व में कमजोर पड़ा ईरान परमाणु हथियार बनाने की कोशिश कर रहा है। यहां आपको बता दें कि ईरान का परमाणु कार्यक्रम 1950 में शुरू हुआ था और यह अमेरिका और ईरान के बीच शीत युद्ध गठबंधन का परिणाम था। लेकिन 1979 में ईरानी क्रांति के बाद कार्यक्रम बंद कर दिया गया था।