Vrishchik Rashifal 2025: जब भी किसी राशि में दो ग्रह साथ में विराजमान (मौजूद) होते हैं तो उससे युति का निर्माण होता है। प्रत्येक युति से शुभ और अशुभ योग का निर्माण होता है। कुंडली में सूर्य और बुध ग्रह के एक साथ होने से बुधादित्य योग बनता है, जबकि मंगल और राहु की युति (साथ) से अंगारक योग बनता है। बुधादित्य योग का जहां शुभ प्रभाव पड़ता है, वहीं अंगारक योग अशुभ फल देता है।
वैदिक पंचांग की गणना के अनुसार, 6 जून 2025 को बुध मिथुन राशि में गोचर करेंगे, जहां पर वह 22 जून 2025 तक रहेंगे। इस बीच 15 जून को सूर्य मिथुन राशि में गोचर करेंगे, जिससे इस दिन सूर्य-बुध की युति से बुधादित्य बनेगा। पिछले महीने 18 मई 2025 को केतु ने सिंह राशि में गोचर किया था, जहां पर वह 5 दिसम्बर 2026 तक रहेंगे। इस बीच 7 जून 2025 को मंगल का सिंह में गोचर होगा, जिससे इस दिन केतु और मंगल की युति से अंगारक योग बनेगा।
यदि आप प्रश्न कुंडली विशेषज्ञ पंडित सुरेश पांडेय से जानना चाहते हैं कि बुधादित्य योग और अंगारक योग का जून में वृश्चिक राशि के जातकों के जीवन पर कैसा प्रभाव पड़ेगा तो इसके लिए ऊपर दिए गए वीडियो को देखें।
ये भी पढ़ें- Kaalchakra: जून में कैसी रहेगी 12 राशियों की आर्थिक स्थिति? पंडित सुरेश पांडेय से जानें मासिक राशिफल
डिस्क्लेमर: यहां दी गई जानकारी ज्योतिष शास्त्र पर आधारित है तथा केवल सूचना के लिए दी जा रही है। News24 इसकी पुष्टि नहीं करता है।