Benefits of Surya Arghya: ज्योतिष शास्त्र में सूर्य को जीवनदायिनी शक्ति का प्रतीक माना गया है। सूर्य की किरणें हमारे आत्मविश्वास को बढ़ाती हैं, मानसिक स्वास्थ्य सुधारती हैं और शरीर को रोगों से मुक्त करने में सहायक होती हैं। पंडित सुरेश पांडे बताते हैं कि सूर्य को जल अर्पित करने से मानसिक तनाव, डिप्रेशन और चर्म रोग जैसे समस्याओं में राहत मिलती है। अगर कोई व्यक्ति रविवार को सूर्य की उपासना, गायत्री मंत्र का जाप और व्रत करता है, तो उसे कई शारीरिक और मानसिक समस्याओं से मुक्ति मिल सकती है। हड्डियों की कमजोरी और अन्य रोगों में भी सूर्य की उपासना बेहद लाभकारी है।
सूर्य को जल चढ़ाने की प्रक्रिया सरल है, लेकिन इसके प्रभाव गहरे हैं। यह न केवल मानसिक शांति प्रदान करता है, बल्कि आत्मविश्वास और धैर्य को भी बढ़ाता है। सनातन धर्म में सूर्य को जल अर्पित करना संध्या वंदन का महत्वपूर्ण हिस्सा है। इसमें प्राणायाम और गायत्री मंत्र का जाप भी शामिल होता है। यह दिनचर्या न केवल स्वास्थ्य सुधारने में मदद करती है, बल्कि व्यक्ति को जीवन में नई ऊर्जा और सकारात्मकता से भर देती है। पंडित जी का कहना है कि नए साल में हर व्यक्ति को सूर्य को जल अर्पित करने की आदत डालनी चाहिए, क्योंकि यह एक ऐसा कदम है, जिसका सीधा लाभ उसी व्यक्ति को मिलता है।