Ayushman Arogya Mandir: दिल्ली मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने शासन संभाला हुए आयुष्मान आरोग्य मंदिर योजना की है। साथ ही पुरानी योजनाओं में कई बदलाव भी किए गए हैं। मोहल्ला क्लीनिक की जगह अब शहरी आरोग्य मंदिर की शुरुआत की गई है। इसमें नियुक्त डॉक्टर और मेडिकल स्टाफ को मासिक वेतन दिया जाएगा। आपको बता दें कि इसके पहले तक दैनिक वेतन मॉडल पर काम होता था। वहीं पहले आयुष्मान आरोग्य मंदिर का नाम आयुष्मान भारत स्वास्थ्य और कल्याण केंद्र था, जिसे केंद्र सरकार ने बदल दिया गया। आइए जानते हैं इसके लिए किन-किन दस्तावेज की जरूरत होती हैं?
क्या मिलेंगी सुविधाएं?
AAP के द्वारा शुरू किए गए मोहल्ला क्लीनिक में सामान्य बीमारियों जैसे सर्दी, बुखार, खांसी और फ्लू का इलाज होता था। आयुष्मान आरोग्य मंदिर में इसका दायरा बढ़ा दिया गया है। आरोग्य मंदिरों में अब महिलाओं की डिलीवरी और उसके बाद देखभाल, पांच तरह के कैंसर की स्क्रीनिंग, गर्भवती महिलाओं और बच्चों के लिए टीकाकरण और 8 तरह के ब्लड टेस्ट कराए जा सकेंगे। इसके अलावा, 16 तरह की जांच भी शामिल होगी। वहीं, डायबिटीज और हाइपरटेंशन की जांच और दवाएं भी पूरी तरह से मुफ्त रहेंगी।
जरूरी दस्तावेज
पहचान पत्र के लिए-
आधार कार्ड
मतदाता पहचान पत्र
ड्राइविंग लाइसेंस
पते का प्रमाण के लिए-
राशन कार्ड
बिजली या पानी का बिल
लीज एग्रीमेंट
कब शुरू हुआ था मोहल्ला क्लीनिक ?
आम आदमी पार्टी ने 2015 में मोहल्ला क्लीनिक शुरू किए थे, जिसका मकसद गरीबों के साथ-साथ मिडिल क्लास लोगों को फ्री में इलाज मिल पाए। ज्यादातर इनमें सर्दी, फीवर, खांसी, और छोटी-छोटी बीमारियों का उपचार करना होता था। इसमें प्रेग्नेंट महिलाओं को वैक्सीनेशन जैसी सेवाएं भी मिलती हैं। ये मोहल्ला क्लीनिक अरविंद केजरीवाल ने शुरू किया गया था।