26 hours day : दिन में 24 घंटे होते हैं और घड़ी में 12 तक के नंबर लेकिन एक देश ऐसा भी हैं जो 26 घंटे का दिन करने का प्लान कर रहा है। वहीं घड़ी में 12 की जगह 13 अंक लिखे जाएंगे। कौन है ये देश और ऐसा करने के पीछे का कारण क्या है? आइए जानते हैं ।
26 घंटे का दिन!
मामला नार्वे से जुड़ा हुआ है। यहां के आर्कटिक क्षेत्र में 26 घंटे का दिन और घड़ियों में 13 बजाने की योजना चल रही है। बताया जा रहा है कि इसके जरिए यहां के लोगों के जीवन में और अधिक खुशहाली लाने की योजना है। हालांकि उनकी इस योजना के सफल होने की उम्मीद बेहद कम है।
आर्कटिक सर्कल के शहर वाडसो के मेयर वेन्चे पेडर्सन ने यूरोपीय आयोग को एक पत्र लिखा है और इस प्रस्ताव को पास करने की मांग की है। मेयर उम्मीद जता रहे हैं कि उन्हें यूरोपीय संघ निकाय की तरफ से नई घड़ी लागू करने की अनुमति मिल जाएगी।
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मेयर पेडरसन ने कहा कि यह सब नॉर्वेजियन की जीवन शैली का जश्न मनाने और खुश होने के लिए किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि वाडसो शहर और उसके आसपास के क्षेत्रों में निवासियों को लाना मुश्किल हो गया है। हम उम्मीद कर रहे हैं कि इस नई घड़ी योजना से लोगों को आकर्षित कर सकें।
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पेडरसन ने कहा कि हमारे यहां रहने के लिए सबसे अच्छा क्या है? ये समय ही होगा। हालांकि उन्होंने यह भी स्वीकार कर किया कि शायद ही उनकी इस योजना को लागू करने की अनुमति मिल सके। पेडरसन ने अपनी इस योजना का नाम ‘मोरटाइम’ प्रोजेक्ट रखा है। उन्होंने यह भी कहा कि यह सबसे अमीर क्षेत्रों में से एक है, जहां के लोग खुश रहने के लिए अधिक समय देते हैं। अगर टाइम बढ़ा दिया जाता है तो लोग मछली पकड़ने, शिकार करने या नई भाषाएं सीखने में खर्च कर सकेंगे।