देश के 12 राज्यों में आज से SIR की प्रक्रिया शुरू हो रही है. वहीं पश्चिम बंगाल में इसे लेकर बवाल देखने को मिल रहा है. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और उनकी पार्टी के हजारों कार्यकर्ता आज SIR के विरोध में सड़कों पर उतर गए हैं. ममता बनर्जी ने इस पैदल मार्च का नेतृत्व किया. उनके साथ भतीजे और TMC के महासचिव अभिषेक बनर्जी भी सीएम के साथ दिखाई दिए.
तृणमूल कांग्रेस (TMC) ने भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार और चुनाव आयोग पर SIR के ज़रिए धांधली करने का आरोप लगाया है. इसका विरोध करते हुए सीएम ने रेड रोड पर बी.आर. अंबेडकर की प्रतिमा से 3.8 किलोमीटर लंबी रैली शुरू की. यह पैदल मार्च रवींद्रनाथ टैगोर के पैतृक घर जोरासांको ठाकुरबाड़ी में खत्म होगा.
ममता बनर्जी के साथ SIR के विरोध में हजारों टीएमसी समर्थक मार्च में शामिल हुए हैं. समर्थकों के हाथों में कई तरह के झंडे हैं, जिन पर तरह-तरह के नारे लिखे गए हैं. कुछ नारे केंद्र सरकार के खिलाफ हैं तो कुछ चुनाव आयोग के खिलाफ हैं.
वहीं टीएमसी की मेगा रैली पर पश्चिम बंगाल के नेता प्रतिपक्ष और भाजपा विधायक शुभेंदु अधिकारी ने कहा, “यह कोई राजनीतिक कार्यक्रम नहीं है, यह ‘खाला’ ममता बनर्जी के नेतृत्व में एक ‘जमात’ कार्यक्रम है. इसमें एक विशिष्ट समुदाय ने भाग लिया, टीएमसी और ममता बनर्जी बांग्लादेशी मुसलमानों की रक्षा के लिए काम कर रही हैं.”
टीएमसी द्वारा चुनाव प्रचार में इस्तेमाल किए गए झूठे दस्तावेजों के संबंध में कल मुख्य चुनाव आयुक्त से भाजपा प्रतिनिधिमंडल की मुलाकात पर उन्होंने कहा, “कल दिल्ली में एक उच्चस्तरीय प्रतिनिधिमंडल ने मुख्य चुनाव आयुक्त से मुलाकात की. मैंने, भाजपा नेता विजय सिंह और महासचिव जगन्नाथ चटर्जी के साथ, फर्जी जन्म प्रमाण पत्र सहित फर्जी दस्तावेजों से संबंधित सबूत सौंपे. वे (टीएमसी) पूरी प्रक्रिया को बदनाम करने की कोशिश कर रहे हैं. इसी वजह से हमने लिखित मांग सौंपी है.”










