ऑपरेशन सिंदूर को लेकर सांप्रदायिक टिप्पणी वाला वीडियो पोस्ट करने के आरोप में कोलकाता पुलिस ने इंस्टाग्राम इंफ्लुएंसर शर्मिष्ठा पनोली को गिरफ्तार कर अलीपुर की महिला जेल में रखा है। बताया जा रहा है कि जेल में शर्मिष्ठा की हालत बिगड़ गई है।
वकील ने कोर्ट में दायर की याचिका
शर्मिष्ठा पनोली के वकील मोहम्मद समीमुद्दीन का दावा है कि जेल में स्वच्छता का अभाव है। वकील समीमुद्दीन ने जेल में याचिका दायर करते हुए शर्मिष्ठा के लिए बुनियादी अधिकारों की मांग की है। उनका दावा है कि शर्मिष्ठा गुर्दे की पथरी से पीड़ित है और उसे में अखबार और पत्रिकाएं जैसी बुनियादी सुविधाएं भी नहीं दी जा रही है। यह सरासर गलत है।
जेल में नहीं रखा गया स्वच्छता का ध्यान
वकील मोहम्मद समीमुद्दीन का दावा है कि शर्मिष्ठा को जेल में जिस जगह रखा गया है, वहां उनके स्वच्छता का ध्यान नहीं रखा जा रहा है। इसी के चलते शर्मिष्ठा की तबीयत बिगड़ रही है। सोमवार को उन्होंने कोर्ट में एक याचिका दायर कि है ताकि उसे उसके मूल अधिकार मिल सकें। उनका दावा है कि शर्मिष्ठा निर्दोष है। उसे जमानत पर बाहर निकालने की पूरी कोशिश की जा रही है।
कौन है शर्मिष्ठा पनोली?
22 वर्षीय इंफ्लुएंसर शर्मिष्ठा पनोली पुणे की रहने वाली है। वह पुणे युनिवर्सिटी की लॉ की छात्रा है। उसकी शुरुआती शिक्षा भी पुणे के ही एक स्कूल से हुई थी। इन दिनों वह अपने एक पारिवारिक मित्र के यहां गुरुग्राम आई हुई थी। 14 मई को उसने अपने अकाउंट पर विवादित वीडियो अपलोड किया था। जो देखते ही देखते ही तेजी से वायरल हो गया। सोशल मीडिया पर कड़ी प्रतिक्रिया मिलने के बाद पनोली ने इस वीडियो को सोशल मीडिया से हटा लिया। विवाद ज्यादा होने पर पनोली ने माफी भी मांग ली।
30 मई को किया गिरफ्तार
शर्मिष्ठा को सोशल मीडिया पर बुरी तरह ट्रोल किया गया और उनकी गिरफ्तारी की मांग उठने लगी। यही नहीं, शर्मिष्ठा को जान से मारने की धमकी भी मिली। विवाद बढ़ने के बाद उन्होंने वीडियो डिलीट किया और माफी मांगी। मगर 30 मई को उन्हें कोलकाता पुलिस ने हिरासत में ले लिया और 31 मई को उन्हें कोर्ट के सामने पेश किया गया। वह 13 जून तक न्यायिक हिरासत में हैं।