कटनी: सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। इसमें एक जेसीबी मशीन में दुर्घटना में घायल युवक को रखकर अस्पताल लाया जा रहा है। स्वास्थ्य विभाग की इस लचर व्यवस्था का भेद खोलने वाला यह वीडियो मध्य प्रदेश के कटनी जिले का है।
यूं तो राज्य में स्वास्थ्य व्यवस्था दुरुस्त करने के लाख दावे कर लिए जाएं लेकिन इसकी हकीकत कहीं ना कहीं सामने आ जाती है। ऐसा ही कुछ नजारा प्रदेश के कटनी जिले के बरही खतौली मार्ग पर देखने को मिला।
#WATCH | Madhya Pradesh: Accident victim in Katni taken to hospital in a JCB as the ambulance got late in arriving at the accident spot (13.09) pic.twitter.com/f2qcMvUmcV
— ANI MP/CG/Rajasthan (@ANI_MP_CG_RJ) September 14, 2022
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दरअसल, यहां दो बाइकों की आमने-सामने जोरदार भिड़ंत हो गई जिसके बाद उन्हें उपचार के लिए ले जाने के लिए एंबुलेंस नहीं मिली। ऐसे में उन्हें राहगीरों के द्वारा निकल रही जेसीबी की बकेट पर लादकर अस्पताल पहुंचाया गया, जहां उनका उपचार किया गया।
स्वास्थ्य अधिकारी ने कही ये बात
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी प्रदीप मुढिया ने कहा, “पीड़ित की बरही में एक बाइक दुर्घटना हुई थी और उसने 108 पर कॉल किया था, लेकिन एम्बुलेंस उपलब्ध नहीं थी क्योंकि एम्बुलेंस सेवाएं प्रदान करने वाली संबंधित एजेंसी बदल गई थी। एम्बुलेंस पास के शहर से आ रही थी और देर हो गई। नई एंबुलेंस के लिए प्रस्ताव भेजा गया है।”
कई महीनों से धूल खा रही है एंबुलेंस
वहीं दूसरी ओर कटनी जिला अस्पताल पर लाखों रुपए की एंबुलेंस जो सांसद विवेक तंखा जी के द्वारा मरीजों को उपचार के लिए सही समय पर उपलब्ध हो जाए इसके लिए भेजी गई थी। लेकिन वह जालियों के अंदर कई महीनों से खड़ी हुई है और धूल खा रही है। इससे आप समझ सकते हैं कि जनप्रतिनिधि तो कोई कसर नहीं छोड़ रहे लेकिन जिला अस्पताल का सिस्टम लोगों को उनकी सुविधाएं मुहैया कराने से बच रहा है। इसके कारण मरीजों को जेसीबी से अस्पताल तक पहुंचाया गया तो वहीं सिविल सर्जन पर्याप्त गाड़िया होने का दावा कर रहे हैं।