Uttarakhand Avalanche: उत्तराखंड (Uttarakhand) के उत्तरकाशी (Uttarkashi) में हुए हिमस्खलन (Avalanche) में मरने वालों की आधिकारिक तौर पर संख्या 9 है। गुरुवार को नेहरू पर्वतारोहण संस्थान (Nehru Institute of Mountaineering) की ओर से इसके बारे में पुष्टि की गई है।
संस्थान के मुताबिक अभी भी बर्फीली चोटियों पर 29 लोग फंसे हुए हैं। वायुसेना (Indian Air Force) के हेलीकॉप्टर राहत कार्य में जुटे हैं। इसके अलावा ITBP के पीआरओ विवेक पांडेय ने बताया कि अचानक मौसम खराब होने के कारण राहत और बचाव कार्य में दिक्कत आ रही है। फिर भी टीमें अपने लक्ष्य को पाने के लिए जुटी हुई हैं।
Uttarakhand | Out of the total 9 bodies recovered so far, only two bodies have been identified till now. The two identified bodies are women instructors of the Nehru Institute of Mountaineering (NIM): Uttarkashi Emergency Operation Centre on avalanche disaster pic.twitter.com/ZX5KaGl5Zh
---विज्ञापन---— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) October 6, 2022
महिला प्रशिक्षकों के रूप में हुई शवों की पहचान
हिमस्खलन आपदा के देखते हुए उत्तरकाशी में बनाए गए आपातकालीन संचालन केंद्र के मुताबिक अब तक बरामद शवों की कुल संख्या 9 है। इन शवों में दो की पहचान हो पाई है। ये दोनों शव नेहरू पर्वतारोहण संस्थान (NIM) की महिला प्रशिक्षकों के हैं।
वहीं IAF की मध्य वायु कमान के अनुसार भारतीय वायुसेना ने उत्तराखंड हिमस्खलन में फंसे पर्वतारोहियों को बचाने के लिए आज सुबह फिर से अभियान शुरू किया। IAF, सेना और HAWS टीम के कर्मियों को बचाव कार्यों के लिए विभिन्न स्थानों पर विशेष उपकरणों के साथ पहुंचाया गया है। IAF ने इसका एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर जारी किया है।
IAF today resumed operations at the break of dawn to rescue mountaineers stuck in Uttarakhand avalanche. IAF, Army and HAWS team personnel have been inducted with specialised equipment to various locations for rescue operations: IAF's Central Air Command
(Video source: CAC, IAF) pic.twitter.com/uAushR7Rbs
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) October 6, 2022
मौसम खराब होने से आई दिक्कत
आईटीबीपी पीआरओ विवेक पांडेय ने बताया कि द्रौपदी का डांडा में हिमस्खलन में फंसे लोगों और शवों को मताली में बनाए गए एडवांस हेलीपैड पर हेलीकॉप्टर द्वारा लाया जा रहा है। आज भी कई लोगों को लाया गया है। अभी और भई लोगों के आने की उम्मीद है। उन्होंने बताया कि प्रभावित क्षेत्र में अचानक मौसम खराब हो गया था, जिसके कारण लापता लोगों की तलाश में दिक्कत आ रही है।
इन टीमों को लगाया गया है बचाव कार्य में
वहीं समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक आईटीबीपी की कई टीमें भेजी गई हैं। हाई एल्टीट्यूड वारफेयर स्कूल की टीम भी ITBP, SDRF, NIM और NDRF के साथ खोज और बचाव अभियान में शामिल हुई है। बचाव कार्य में लगे हेलीकॉप्टर की आज यानी गुरुवार को 16,000 फीट की ऊंचाई पर लैंडिंग के लिए बेस बनाया गया। जहां परीक्षण के तौर पर सफल लैंडिंग भी कराई गई है।
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Uttarkashi avalanche | Advance helipad made at high altitude, helicopters out for rescue ops. Deadbodies are present at base, expecting to bring some of them down today. Measures being hampered due to bad weather conditions. Efforts to find those missing on: ITBP PRO Vivek Pandey pic.twitter.com/zAyrXuAgiU
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) October 6, 2022
मौसम को देख डीएम ने दिए ये निर्देश
उत्तरकाशी के जिलाधिकारी ने समाचार एजेंसी को बताया कि मौसम विभाग की ओर से राज्य में बारिश और मौसम खराब होने के आसार हैं। IMD की ओर से यहां बारिश और हिमपात की चेतावनी जारी की गई है। इसके कारण उत्तरकाशी जिले में अगले तीन दिनों के लिए ट्रेकिंग और पर्वतारोहण गतिविधियों पर प्रतिबंध लगा दिया गया है।
बता दें कि उत्तरकाशी में हुए हिमस्खलन और फंसे पर्वतारोहियों को बचाने के लिए गुलमर्ग (जम्मू-कश्मीर) की एक विशेषज्ञ टीम को भी एसडीआरएफ, आईटीबीपी और एनआईएम के साथ अभियान में लगाया गया है।
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