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उत्तर प्रदेश / उत्तराखंड

पुलिस ने छात्रा को ढूंढने के लिए मांगे 50 हजार, महिला ने लगाए गंभीर आरोप; जानें पूरा मामला

उत्तर प्रदेश की एक महिला ने पुलिस के खिलाफ गंभीर आरोप लगाए हैं। मामला वाराणसी पुलिस कमिश्नरेट का है। एक साल पहले पुलिस को शिकायत दी गई थी, लेकिन अभी तक सिर्फ महिला को आश्वासन ही मिल रहे हैं। पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की है। मामला क्या है, विस्तार से इसके बारे में जानते हैं?

Author Edited By : Parmod chaudhary Updated: Mar 25, 2025 19:37
Uttar Pradesh crime news
अपनी बात रखती किशोरी की मां।

अभिषेक दुबे, वाराणसी

उत्तर प्रदेश के वाराणसी जिले में हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। एक साल पहले किशोरी के लापता होने के मामले में पुलिस कमिश्नरेट वाराणसी के अधीन शिवपुर थाने में रिपोर्ट दर्ज करवाई गई थी। अभी तक पुलिस किशोरी की तलाश नहीं कर सकी है। एक साल बीतने के बाद भी अभी तक सिर्फ कार्रवाई को लेकर भरोसा दिया जा रहा है। मंगलवार को किशोरी की मां ने अखिल भारतीय प्रगतिशील महिला एसोसिएशन के मेंबर्स के साथ जिला मुख्यालय पहुंचकर पुलिस से न्याय की गुहार लगाई। किशोरी की मां ने बताया कि अफसरों द्वारा कार्रवाई के आश्वासन कई बार दिए जा चुके हैं, लेकिन अब तक उसकी बेटी का कोई सुराग नहीं लग सका है।

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महिला ने पुलिस के खिलाफ गंभीर आरोप लगाए हैं। महिला ने बताया कि बेटी के लापता होने के बाद अधिकारियों को तुरंत सूचना दी गई थी, लेकिन इसके बाद भी 10 दिन तक कोई केस दर्ज नहीं किया गया। परिजनों ने बताया कि दनियालपुर (शिवपुर) इलाके की रहने वाली 11वीं क्लास की छात्रा 12 अप्रैल 2024 को लापता हो गई थी। घटना की प्राथमिकी दर्ज करने में ही पुलिस ने 10 दिन लगा दिए। महिला ने आरोप लगाया कि पुलिस उनसे 50 हजार रुपये की डिमांड कर रही है।

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FIR दर्ज करने में लगा दिए 10 दिन

महिला ने आरोप लगाया कि रिश्वत देने पर 24 घंटे में किशोरी को तलाशने की बात पुलिस ने कही है। अभी तक वे 4 हजार रुपये पुलिस को दे भी चुके हैं। पुलिस ने 22 अप्रैल 2024 को शिवपुर थाने में प्राथमिकी (FIR) दर्ज की थी। मामले में अपहरण की धाराएं लगाई गई हैं। केस दर्ज होने के बाद भी आज तक उनकी बेटी का सुराग नहीं लग सका है। हालांकि तत्कालीन एडीसीपी वरुणा टी सरवणन ने मामले में उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए थे।

महिला सुरक्षा को लेकर उठे सवाल

इसके बाद भी पुलिस अब तक किशोरी की तलाश करने में नाकाम रही है। अखिल भारतीय प्रगतिशील महिला एसोसिएशन की पदाधिकारी कुसुम वर्मा ने कहा कि प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में लगभग एक साल से किशोरी लापता है। उसका कोई सुराग नहीं लगना क्षेत्र में महिला सुरक्षा को लेकर पुलिस प्रशासन पर कई सवाल खड़े करता है। नाबालिग के परिजन तकलीफ में हैं, लेकिन अभी तक पुलिस प्रशासन की तरफ से कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है।

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First published on: Mar 25, 2025 07:37 PM

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