Uttarakhand Tunnel Collapse Latest Update: पिछले 10 दिनों से उत्तरकाशी की सिल्कयारा सुरंग के अंदर फंसे श्रमिकों के फोटो मंगलवार सुबह सबके सामने आ गए। जिससे चिंतित रिश्तेदारों में नई उम्मीद जगी हैए जिनमें से कुछ मलबे के बाहर डेरा डालकर बैठे हैं। आज बचाव दल ने टनल में एक एंडोस्कोपी कैमरा डाला। जिसके बाद पूरे देश को पता चला कि टनल में फंसे श्रमिकों के पास घूमने और पर्याप्त जगह और रोशनी है।
एक्सपर्ट ने जब टनल में फंसे श्रमिकों से वाॅकी-टाॅकी के जरिए बात की तो मजदूरों ने कैमरे को अपने सामने करते हुए कहा कि वे स्वस्थ हैं। बता दें कि मजदूरों को बाहर निकालने के लिए आज टनल के तीन ओर ड्रिलिंग शुरू हो सकती है। इसके लिए मशीनें पहुंच चुकी है। वहीं विदेशी एक्सपर्ट की मदद भी ली जा रही है। वे भी मौके पर मौजूद हैं।
#WATCH | Uttarkashi (Uttarakhand) tunnel rescue | A machine going to the site of rescue operation stuck due to the road being narrow, traffic halted on both sides. The operation to widen the road to allow the machine to pass through is underway. pic.twitter.com/aoIc6mfuxa
— ANI (@ANI) November 21, 2023
---विज्ञापन---
मजदूर की पत्नी बोलीं- हमें उम्मीद जगी है
फंसे हुए मजदूरों में से एक की पत्नी ने न्यूज एजेंसी एएनआई को बताया कि बचाव दल द्वारा आज जारी की गई तस्वीरों को देखने के बाद हमें उम्मीद जगी है कि वे जल्द ही बाहर निकलेंगे। उन्होंने कहा कि वीडियो में मैं अपने पति को नहीं देख पाई लेकिन मुझे पता है टनल में मौजूद सभी मजदूर सुरक्षित हैं। हमें उम्मीद जगी है कि उन्हें जल्द ही बचा लिया जाएगा।
"Umeed jagi hain": Hope burns brighter now for Uttarkashi trapped workers' families
Read @ANI Story | https://t.co/aU9gnUU55o#UttarkashiTunnelRescue #Meal #Uttarkashi #Uttarakhand pic.twitter.com/V5sHx2JHp7
— ANI Digital (@ani_digital) November 21, 2023
6 इंच चौड़ी पाइपलाइन के जरिए भेजी खिचड़ी
बता दें कि सोमवार को फंसे हुए टनल में 6 इंच चैड़ी पाइपलाइन डाली गई। जिसके माध्यम से मजदूरों को खिचड़ी भेजी गई। इससे पहले मजदूर अब तक सूखे मेवे, मुरमुरे और चने पर गुजारा कर रहे थे। बचाव अभियान के प्रभारी कर्नल पाटिल ने बताया कि मजदूरों के बंद पड़े फोन को चालू करने के लिए पाइप के जरिए मोबाइल चार्जर अंदर भेजे जाएंगे।
#WATCH | Uttarkashi (Uttarakhand) tunnel rescue | Rescue team officials establish audio-visual contact with the workers trapped in the tunnel for the first time, through the pipeline and endoscopic flexi camera.
(Video Source: District Information Officer) pic.twitter.com/JKtAtHQtN4
— ANI (@ANI) November 21, 2023
12 नवंबर से फंसे हैं 41 मजदूर
बता दें कि 12 नवंबर को सुबह 4 बजे यह हादसा हुआ था। इस टनल के 200 मीटर अंदर 60 मीटर तक मलबा धंस गया है। इससे 41 मजदूर अंदर फंस गए हैं। रेस्क्यू के दौरान भी मलबा गिरा जिससे अब मलबा 70 मीटर तक फैल गया है। टनल में फंसे मजदूर यूपीए पश्चिम बंगालए उत्तराखंडए हिमाचल प्रदेशए बिहार और झारखंड के हैं। फंसे लोगों में सर्वाधिक मजदूर झारखंड के हैं।
#WATCH | Uttarkashi (Uttarakhand) tunnel rescue | A Member of the family of a worker trapped in Silkyara tunnel says, "We are hopeful but I will be satisfied once I get to speak to him."
First visuals of the trapped workers emerged this morning as an endoscopic flexi camera… pic.twitter.com/PURSsr1iWy
— ANI (@ANI) November 21, 2023