चारधाम की यात्रा शुरू हो चुकी है, जिसमें अभी तक तीन धाम के कपाट खुल चुके हैं। सबसे पहले अक्षय तृतीया के मौके पर गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट खोले गए। इसी कड़ी में आज केदारनाथ धाम के कपाट भी श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए गए हैं। अब केवल एक धाम के कपाट खुलने बाकी हैं। इसको लेकर आज ही मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बताया कि ‘बद्रीनाथ विशाल के कपाट भी दो दिनों में यानी 4 मई को खुल जाएंगे।’ अगर आप भी उत्तराखंड में चारधाम की यात्रा करना चाहते हैं, तो उसके लिए पहले इससे जुड़ी पूरी जानकारी हासिल कर लेनी चाहिए। हालांकि, सरकार भी यात्रा को लेकर समय-समय पर अपडेट देती रहती है। साथ ही https://registrationandtouristcare.uk.gov.in/ की साइट पर भी इससे जुड़ी पूरी जानकारी ले सकते हैं।
चारधाम कौन से?
उत्तराखंड में चारधाम यात्रा की शुरुआत यमुनोत्री से की जाती है। इसके बाद गंगोत्री, फिर केदारनाथ और सबसे आखिर में बद्रीनाथ तक पहुंचते हैं। इसी तरह से इन धाम के कपाट भी खुलते हैं। बद्रीनाथ इस यात्रा का लास्ट स्टॉप होता है।
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यमुनोत्री और गंगोत्री जाने के लिए क्या है रास्ता?
जो श्रद्धालु दूर शहरों से आते हैं, वह हरिद्वार रेलवे स्टेशन और देहरादून रेलवे स्टेशन पर पहुंचकर वहां से बस और कैब ले सकते हैं। इसके साथ ही वह अपनी यात्रा यमुनोत्री से शुरू कर सकते हैं, जहां तक पहुंचने के लिए हरिद्वार से ऋषिकेश फिर बरकोट और जानकी चट्टी से होते हुए यमुनोत्री पहुंच सकते हैं। यहीं से फिर गंगोत्री के लिए निकलेंगे, जिसके लिए उत्तरकाशी जाना होगा, यहां से हरसिल होते हुए गंगोत्री तक पहुंच जाएंगे।
केदारनाथ और बद्रीनाथ का रूट
गंगोत्री के बाद अगला और तीसरा स्टॉप केदारनाथ होगा, जहां तक पहुंचने के लिए चमोली, गोपेश्वर और गोविन्द घाट से होते हुए गुजरना होगा। इसके बाद ही अगला स्टॉप बद्रीनाथ होगा। यहां से जोशीमठ होते हुए ऋषिकेश और हरिद्वार पहुंच सकते हैं।
कैसे करें रजिस्ट्रेशन?
यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन के लिए https://registrationandtouristcare.uk.gov.in/ साइट पर जा सकते हैं। यहां इसको खोलते ही सबसे ऊपर चारों धाम के कपाट खुलने की तारीख खुलकर सामने आ जाएगी। इसको क्लोज करने के बाद नया पेज सामने आएगा, जिसमें रजिस्ट्रेशन के ऑप्शन पर क्लिक कर सकते हैं। इसमें पहले ही स्टेप बाय स्टेप रजिस्ट्रेशन करने का तरीका बताया गया है। जैसे ही रजिस्ट्रेशन वाले ऑप्शन पर क्लिक करेंगे, उसमें एक फॉर्म खुलकर सामने आ जाएगा।
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इसमें नाम और मोबाइल नंबर के अलावा भी कई जानकारियां मांगी जाएंगी, जिन्हें भरने के बाद साइन अप पर क्लिक कर दें। वेब पोर्टल पर नए यूजर्स को साइन अप करना होगा, जबकि पुराने यूजर्स रजिस्टर/लॉगिन कर सकते हैं। इसके बाद यात्रा के शुरू और खत्म होने की तारीख लिखनी होगी। साथ ही यात्रियों की संख्या देने के बाद रजिस्ट्रेशन पूरा कर लें। इसको आप डाउनलोड करके अपने पास रख लें।
ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन
ऑनलाइन के अलावा ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन भी किए जा सकते हैं। इसके लिए हरिद्वार में 28 अप्रैल से ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन शुरू हो गए हैं। इसके लिए वहां पर करीब 20 काउंटर बनाए गए हैं। इन काउंटरों में दिव्यांगों, विदेशी नागरिकों और सामान्य यात्रियों के लिए अलग-अलग इंतजाम किए गए हैं। इसके लिए श्रद्धालुओं के पास कुछ जरूरी डॉक्यूमेंट्स होने चाहिए, जैसे आधार कार्ड, मोबाइल नंबर और हेल्थ सर्टिफिकेट भी आपके पास होना चाहिए।
हेलीकॉप्टर की बुकिंग के लिए क्या करें?
हेलीकॉप्टर टिकट बुक करने के लिए heliyatra.irctc.co.in पर जा सकते हैं। यहां पर पहला ऑप्शन श्री हेमकुंड साहिब यात्रा और श्री केदारनाथ धाम का ऑप्शन दिखेगा। साइन अप या अकाउंट बनाने के लिए OTP के जरिए ईमेल आईडी और मोबाइल नंबर को वेरीफाई करने के बाद, मांगी गई सभी जानकारियां भर दें। हेलीकॉप्टर के लिए एक व्यक्ति को साढ़े 4 से 5 हजार तक किराया देना पड़ेगा। दरअसल, पिछली बार के मुकाबले इस बार किराया बढ़ गया है।
फोटो और वीडियो कॉलिंग पर पाबंदी
बद्रीनाथ मंदिर परिसर में फोटो खींचने और वीडियो कॉलिंग करने के लिए सख्त मना किया गया है। नियमों का उल्लंघन करने पर 5000 रुपये तक का जुर्माना लगाया जा सकता है। इसके अलावा, पार्किंग की व्यवस्था की गई है, जिसके बाद भी सड़कों पर गाड़ियां खड़ी दिखीं, तो चालान काटा जाएगा। चमोली जिले में गौचर, पाण्डुकेश्वर, माणा पास और बीआरओ चौक जैसी जगह पर रजिस्ट्रेशन दिखाना जरूरी होगा।
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