उत्तर प्रदेश के संभल जिले में सैयद सालार मसूद गाजी की याद में नेजा मेला लगता है। इसके आयोजन के लिए प्रशासन और पुलिस से इजाजत मांगी गई, लेकिन पुलिस ने मेले को अनुमति देने से इनकार कर दिया। इसको लेकर ASP श्रीशचंद्र ने कहा कि सलार मसूद गाजी मोहम्मद गजनवी का सेनापति था, जिसने भारत में लूट और हत्याएं की हैं। संभल पुलिस ने नेजा मेला समिति से यह कहते हुए इनकार कर दिया कि देश को लूटने वाले की याद में प्रोग्राम की इजाजत नहीं दी जाएगी।
अधिकारियों ने क्या तर्क दिया?
यूपी के संभल में इन दिनों पुलिस और प्रशासन काफी सख्त है। बीते दिनों होली और जुमा की नमाज को लेकर काफी विवाद हुआ। जिसके बाद अब नेजा मेला को लेकर बड़ी खबर आई है। दरअसल, संभल में हर साल सालार मसूद गाजी की याद में मेला लगता है। इस साल भी इसके आयोजन के लिए प्रशासन से अनुमति मांगी गई। जिस पर पुलिस अधिकारियों ने यह कहते हुए इंकार कर दिया कि सालार मसूद गाजी देश को लूटने वालों में से एक थे, तो उनकी याद में इस मेले का आयोजन नहीं किया जाएगा। इस पर ASP श्रीशचंद्र का कहना है कि मसूद गाजी लुटेरा और हत्यारा था, जिसकी याद में मेले की इजाजत नहीं दे सकते हैं।
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क्यों लगता है मेला?
इस नेजा मेला का आयोजन 25, 26, 27 मार्च को करने का प्लान था। संभल में नेजा मेला का इतिहास बहुत पुराना है, जिसके चलते यहां पर सालों साल मेले का आयोजन किया जाता रहा है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, संभल पृथ्वीराज की राजधानी हुआ करती थी, जहां पर लड़ाई के दौरान गाजी के बहुत से साथियों की जान गई। उनकी मजार संभल में है, जिनकी याद में मेले का आयोजन किया जाता है।
सैयद सालार मसूद गाजी कौन?
सैयद सालार मसूद गाजी को दुनिया के सबसे क्रूर शासकों में से एक कहा जाता है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, मोहम्मद गजनवी ने गुजरात के सोमनाथ मंदिर पर हमला किया और लूटपाट की। सैयद सालार मसूद गाजी उसी मोहम्मद गजनवी का भांजा थ, जो गजनवी के सेनापति भी रहा।
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