UP News: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के नोएडा (Noida) में पुलिस ने एक गिरोह का पर्दाफाश किया है। देशभर के सरकारी और निजी मेडिकल कॉलेजों में दाखिले का झांसा देकर MBBS की तैयारी कर रहे छात्रों से ठगी करने के आरोप में पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
नोएडा पुलिस के अधिकारियों ने बताया कि गिरोह का सरगना फरार है। आरोप है कि उसने कथित तौर पर एनईईटी में असफल होने वाले 50 से ज्यादा छात्रों को बरगला कर ठगी की।
नीट में फेल छात्रों को बनाते थे शिकार
तीनों आरोपियों की पहचान दिल्ली निवासी तस्कीर अहमद खान और गाजियाबाद निवासी ऋतिक सिंह और वैशाली पाल के रूप में हुई है। तीनों ग्रेजुएट हैं। तीनों लोग नोएडा के सेक्टर-63 में एक फर्म बनाकर काम कर रहे थे। इस फर्म का सरगना विजेंदर है। नोएडा के सहायक पुलिस आयुक्त-1 (सेंट्रल) अमित सिंह ने बताया कि गिरोह उन मेडिकल छात्रों को निशाना बनाता था, जो नीट परीक्षा में फेल हो जाते थे या फिर अच्छी रैंक नहीं ला पाते थे।
ऐसे करते थे छात्रों से संपर्क
पुलिस अधिकारी ने बताया कि सितंबर में गिरोह ने टेलीकॉलिंग और अन्य माध्यमों से विज्ञापन निकाला। इसके एक महीने बाद उन्होंने उन छात्रों का डेटा निकाला जो एनईईटी परीक्षा में फेल हुए थे। फिर उनसे आरोपियों ने संपर्क करना शुरू कर दिया।
15-30 लाख रुपये प्रति छात्र लेते थे आरोपी
पुलिस की पूछताछ के दौरान आरोपियों ने बताया कि वे NEET परीक्षा के लिए काउंसलिंग कराने के बहाने विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म से छात्रों से संपर्क करते थे। बाद में मेडिकल कॉलेजों में प्रवेश के लिए प्रत्येक को 15-30 लाख रुपये देने का झांसा देते थे। एसीपी ने बताया कि सितंबर 2022 में नोएडा में अपना कार्यालय खोलने के बाद से गिरोह ने 50 से अधिक मेडिकल छात्रों के साथ धोखाधड़ी की।
5 दिन में मिली 25 शिकायतें
एसीपी ने बताया कि 25 दिसंबर से अब तक 25 शिकायतें मिली हैं। ज्यादातर छात्रों का आरोप है कि उन्हें दिए गए एमबीबीएस प्रवेश पत्र फर्जी हैं। पुलिस ने सभी आरोपियों के खिलाफ धोखाधड़ी समेत अन्य गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है। सेक्टर-63 थाना प्रभारी अमित कुमार मान ने बताया कि यह पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि पीड़ितों से कितने पैसे ठगे गए हैं। हमारी टीमें सरगना सहित गिरोह के अन्य सदस्यों को पकड़ने के लिए छापेमारी कर रही हैं।