Greater Noida: ग्रेटर नोएडा में क्षेत्रीय कनेक्टिविटी को बढ़ाने के लिए पेरिफेरल रोड को मंजूरी दी गई। 5 किलोमीटर लंबे इस रोड का काम अब शुरू हो चुका है। इस रोड के बनने से कनेक्टिविटी बढ़ने के अलावा बिजनेस को भी बढ़ावा मिलेगा। इसके निर्माण की अनुमानित लागत लगभग 24 करोड़ रुपये बताई जा रही है। इस परियोजना को अगले साल तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। जानिए इस रोड के शुरू होने से कौन से गांव के लोगों को सीधा फायदा होगा?
5 किलोमीटर की सड़क
ग्रेटर नोएडा के आयोटा सेक्टर के चारों तरफ 5 किलोमीटर पेरिफेरल सड़क बनाई जा रही है। इसमें लगभग 24 करोड़ रुपये की लागत आने का अनुमान है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, रोड की चौड़ाई 60 और 43 मीटर रहेगी। परियोजना को पूरा करने का लक्ष्य डेढ़ साल का रखा गया है, यानी अगले साल तक इस पर सफर किया जा सकेगा। यह पेरिफेरल सड़क मकोड़ा अंडरपास से शुरू होगी, जिसकी चौड़ाई को दो हिस्सों में बांटा जाएगा। जिसमें 1470 मीटर लंबी सड़क 43 मीटर की होगी और 3490 मीटर लंबी सड़क 60 मीटर तक चौड़ी रहेगी।
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कितने गांव को फायदा?
इस परियोजना के शुरू होने से कई गांव वालों को सीधा फायदा होगा। इसमें पाली, मकोड़ा, तिलपता और थापखेड़ा का नाम शामिल है। इस क्षेत्र के लोगों का सफर आसान हो जाएगा। जो गाड़ियां माल ढोने के लिए चलाई जाती हैं, वह भी बिना जाम के आसान सफर कर पाएंगे। इसके अलावा, ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने थोक व्यापार को सुविधाजनक बनाने और इंटरनेशनल कंटेनर डिपो के पास एक क्षेत्रीय संस्थान बनाने के लिए भी 125 हेक्टेयर जमीन का आवंटन किया है।
प्राधिकरण पेरिफेरल रोड का काम पूरा करने के बाद दादरी को जीटी रोड से जोड़ने का काम किया जाएगा। इन सभी प्रोजेक्ट के बनने से क्षेत्र में लगने वाला जाम काफी हद तक कम हो जाएगा। जिससे ग्रेटर नोएडा और ग्रेटर नोएडा वेस्ट के बीच यात्रा सुगम और आसान हो जाएगी।
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