uttar pradesh Man gold capsules in tummy arrested who fled Customs custody: सऊदी अरब से सोने की तस्करी कर मुंबई एयरपोर्ट पर उतरे यूपी के शख्स को कस्टम ने दबोच लिया। गिरफ्तार किए जाने के बाद आरोपी को मेडिकल के लिए ले जाया जाने लगा, तभी वो चकमा देकर कस्टम की कस्टडी से फरार हो गया। करीब 10 दिन बाद मुंबई के सर जेजे मार्ग पुलिस ने आरोपी को यूपी के रामपुर स्थित उसके घर से गिरफ्तार कर लिया। पुलिस आरोपी के पास से सोना बरामद करने में जुटी है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, आरोपी की पहचान शावेज नवाज के रूप में हुई है। पुलिस के मुताबिक आरोपी ने सऊदी अरब से तस्करी करते हुए सोने के आठ कैप्सूल निगल लिए थे। इसके बाद उसने मुंबई एयरपोर्ट के लिए फ्लाइट ली। 27 अक्टूबर को मुंबई में फ्लाइट के उतरते ही कस्टम ने शक के आधार पर आरोपी को पकड़ लिया।
कस्टम के मुताबिक, आरोपी शावेज नवाज को टर्मिनल 2 पर संदेह के आधार पर पकड़ा गया। आरोपी सऊदी अरब के जेद्दा एयरपोर्ट से फ्लाइट संख्या 6E62 से मुंबई पहुंचा था। कस्टम के मुताबिक, हमें शक था कि उसने सोने की कैप्सूलों को निगल लिया है। फिर अदालत की अनुमति से सोना बरामद करने के लिए उसे सर जेजे अस्पताल ले जाया गया। 28 अक्टूबर को मेडिकल जांच के दौरान आरोपी अस्पताल से भाग गया।
पुलिस ने आरोपी को कस्टम अधिकारियों को सौंपा
सीमा शुल्क विभाग की हिरासत से भागने के बाद, नवाज के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 224 (किसी व्यक्ति द्वारा उसकी कानूनी गिरफ्तारी में बाधा डालना) के तहत एक प्राथमिकी दर्ज की गई और पुलिस ने उसकी तलाश शुरू कर दी। पुलिस ने उसे उत्तर प्रदेश के रामपुर स्थित उसके घर से पकड़ लिया और वापस सीमा शुल्क अधिकारियों को सौंप दिया।
एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि जब हमने उसे गिरफ्तार किया और उससे पूछताछ की, तो उसने दावा किया कि मुंबई में सीमा शुल्क हिरासत से भागने के बाद उसने उत्तर प्रदेश के लिए ट्रेन ली। पुलिस को उसके पास से कोई सोना नहीं मिला। इस बीच, सीमा शुल्क अधिकारियों को संदेह है कि उसने कहानी गढ़ी है। सीमा शुल्क विभाग के एक सूत्र ने कहा कि हमें संदेह है कि उसने सोना अपने हैंडलर आसिम को सौंप दिया था, जिसने उसे तस्करी के काम के लिए विदेश भेजा था।
वहीं, नवाज के वकील प्रभाकर त्रिपाठी ने कहा कि पुलिस और सीमा शुल्क विभाग झूठे आरोप लगा रहे हैं और नवाज के पास से कोई सोना या कोई अन्य प्रतिबंधित पदार्थ जब्त नहीं किया गया है। हम जल्द ही उनकी जमानत के लिए आवेदन करने जा रहे हैं।