Kanpur News: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के कानपुर (Kanpur) जिले में हुए बिकरू कांड (Bikru Case) के मुख्य आरोपी विकास दुबे (Vikash Dubey) की संपत्ति पर ईडी (ED) का चाबुक चला है। प्रवर्तन निदेशालय ने मंगलवार को विकास दुबे की करीब 10 करोड़ रुपये की बेनामी संपत्ति जब्त कर ली। यह संपत्ति उसने अपने रिश्तेदारों के नाम से खरीदी थी। जांच के बाद ऐसी 28 से ज्यादा संपत्तियां मिली थीं। इनमें उसकी पत्नी भी शामिल है।
जुलाई 2020 को हुआ था पुलिस वालों का संहार
जानकारी के मुताबिक कुख्यात विकास दुबे ने 3 जुलाई 2020 को बिकरू में नरसंहार किया था। आरोपी विकास दुबे के घर पर छापा मारने के लिए गए आठ पुलिसवालों को उसने मौत के घाट उतार दिया था। आरोपी और उसके साथियों ने ताबड़तोड़ गोलियां बरसाई थीं। इसके बाद उत्तर प्रदेश समेत पूरे देश में हड़कंप मच गया था।
गिरोह के साथ मुठभेड़ में मारा गया था विकास
प्रदेश सरकार की ओर से उसके और उसके साथियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के आदेश दिए गए। घटना से कुछ ही दिन बाद विकास दुबे और उसके गिरोह के पांच सदस्यों को पुलिस ने मुठभेड़ में मार गिराया था। फिर सरकार की ओर से उसके और परिवार के खिलाफ जांच के आदेश दिए थे।
ईडी ने पहचानी 10.12 करोड़ की संपत्ति
इसी मामले में ईडी ने विकास से जुड़े सभी संदिग्ध व्यक्तियों के नाम पर खरीदी गई संपत्तियों का ब्योरा निकालना शुरू कर दिया। प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट-2002 के तहत की गई जांच में करीब 10.12 करोड़ रुपये की संपत्ति की पहचान की गई। जो सत्यापन पर सही पाई गई।
सूत्रों के मुताबिक इसमें विकास दुबे, परिवार वाले, जयकांत बाजपेयी और उनके परिवार वालों समेत कई लोगों के खिलाफ अपराधों के माध्यम से जुटाई गई संपत्ति शामिल है। इसी के तहत मंगलवार को ईडी ने कार्रवाई करते हुए संपत्ति को जब्त किया है।