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गाजियाबाद में साइनस की सर्जरी के बाद लड़के की एक आंख की रोशनी गई, अब सदमे में परिवारवाले

UP News: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के गाजियाबाद (Ghaziabad) में एक निजी अस्पताल में साइनस की सर्जरी के बाद कथित तौर पर 17 वर्षीय लड़के की एक आंख की रोशमी चली गई। परिवार वालों ने गाजियाबाद पुलिस और सीएमओ से मामले की शिकायत की है। सीएमओ ने जांच के लिए एक पैनल का गठन किया […]

Edited By : Naresh Chaudhary | Updated: Nov 30, 2022 13:47
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UP News: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के गाजियाबाद (Ghaziabad) में एक निजी अस्पताल में साइनस की सर्जरी के बाद कथित तौर पर 17 वर्षीय लड़के की एक आंख की रोशमी चली गई। परिवार वालों ने गाजियाबाद पुलिस और सीएमओ से मामले की शिकायत की है। सीएमओ ने जांच के लिए एक पैनल का गठन किया है। मंगलवार को मरीज के परिवार वालों ने अस्पताल में हंगामा भी किया।

परिवार वालों के मुताबिक 17 वर्षीय लड़के को सोमवार सुबह अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उसकी साइनस की सर्जरी हुई थी। बताया गया है कि लड़के ने हाल ही में 90% अंकों के साथ 12वीं की परीक्षा पास की है। वह दिल्ली के शाहदरा इलाके में रहने वाले एक व्यापारी का बेटा है।

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आंख में शिकायत होने दोबारी की सर्जरी

लड़के के चचेरे भाई शुभम गुप्ता ने बताया कि सर्जरी के कुछ समय बाद उसने शिकायत की कि बाईं आंख से कुछ भी दिखाई नहीं दे रहा है। इस पर डॉक्टर उसे दोबारा ओटी में ले ग और 2-3 घंटे के बाद बाहर निकाल लाए। परिवार वालों का आरोप है कि डॉक्टरों ने दूसरी बार में क्या है, हमें इसकी जानकारी नहीं दी गई। आरोप है कि आंख से दिखाई देना बंद होने के साथ ही वह अपनी पलकें भी नहीं झपका पा रहा है।

उन्होंने कहा कि मंगलवार को जब परिवार वाले कई रिश्तेदारों के साथ अस्पताल पहुंचे और डॉक्टरों से बात करने की कोशिश की, तो उन्होंने कथित तौर पर लड़के की स्थिति पर बात करने से इनकार कर दिया। परिवार वालों का आरोप है कि हमने बार-बार डॉक्टरों से बात करने की कोशिश की, लेकिन उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया। हमारे परिवार के किसी भी सदस्य ने हंगामा नहीं किया।

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लड़के के भविष्य को लेकर परिवार परेशान

काफी देर तक डॉक्टरों ने मामले में कोई भी जवाब नहीं दिया तो किसी ने पुलिस को फोन कर दिया। परिवार वालों ने बताया कि इसके बाद वे अपने लड़के को इलाज के लिए दिल्ली के अलग-अलग अस्पतालों में ले गए, क्योंकि आंखों की रोशनी कम होने से उसके भविष्य बर्बाद हो जाएगा। किसी भी सरकारी नौकरी के लायक नहीं रहेगा।

इसके बाद परिवार वालों ने पुलिस और गाजियाबाद के मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) कार्यालय में शिकायत की है।पुलिस अधीक्षक (शहर 2) ज्ञानेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि मरीज के परिजन अस्पताल में विरोध कर रहे थे। हम उनकी शिकायत को सीएमओ कार्यालय भेजेंगे। मामले की जांच सीएमओ द्वारा बनाए गए डॉक्टरों के एक पैनल द्वारा की जाएगी। वहीं सीएमओ डॉ. भवतोष शंखधर ने पुष्टि की कि उन्होंने मामले की जांच के निर्देश दिए हैं।

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Naresh Chaudhary

First published on: Nov 30, 2022 01:47 PM
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