Etawah News: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के इटावा (Etawah) जिले से सनसनीखेज मामला सामने आया है। यहां एक अधिवक्ता ने अपनी महिला मित्र को गोलियों से भून डाला। इसके बाद सड़क किनारे खुद को भी गोली मार कर आत्महत्या कर ली। सूचना के बाद जिला पुलिस में हड़कंप मच गया। जिलाधिकारी समेत एसएसपी और कई थानों का फोर्स मौके पर पहुंच गया। महिला का इलाज जारी है। उसकी हालत काफी गंभीर बताई जा रही है।
सरकारी स्कूल में हेडमास्टर है महिला
घटना देर शाम इटावा जिले के इकदिल थाना क्षेत्र के संतोषपुर घाट की बताई जा रही है। फ्रेंड्स कॉलोनी थाना क्षेत्र के कोकपुरा शाला गांव की रहने वाली अभिलाषा यादव (43) पत्नी अवनीश यादव जुगरामऊ प्राथमिक विद्यालय में हेडमास्टर हैं। वहीं बसरेहर क्षेत्र के अभिनयपुर गांव के रहने वाले सुधीर यादव पिछले कुछ दिनों से वकालत कर रहे हैं। बताया गया है कि अभिलाषा और सुधीर बीमा एजेंट का भी काम करते थे। देर शाम को दोनों लोग इकदिल थाना क्षेत्र में किसी से मिलने के लिए गए थे।
रास्ते में दोनों के बीच हो गया विवाद
तभी रास्ते में किसी बात को लेकर दोनों में विवाद हो गया। इसके बाद अधिवक्ता ने अपनी लाइसेंसी रिवॉल्वर से ताबड़तोड़ छह गोलियों अभिलाषा पर दाग दीं। पुलिस के मुताबिक अभिलाषा के हाथ-पैर, जांघ, पेट और सीने में गोलियां लगी हैं। घटना के बाद इलाके में हड़कंप मच गया। महिला खून से लथपथ वहीं गिर पड़ी। इसके बाद अधिवक्ता वहां से चला गया। बताया गया है कि आसपास के लोगों ने महिला को एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया।
अधिवक्ता ने कनपटी पर गोली मार खुद को उड़ाया
सूचना पर महिला के परिवार वाले भी अस्पताल पहुंच गए। इसके बाद इलाके के लोगों ने पुलिस को सूचना दी। सूचना पर थाना पुलिस समेत जिलाधिकारी इटावा और एसएसपी मौके पर पहुंच गए। पुलिस मामले की जांच कर ही रही थी कि इतने एक और सूचना ने उनके होश उड़ा दिए। बताया गया है कि महिला पर कातिलाना हमला करने वाले अधिवक्ता का खून से लथपथ शव पास ही एक सड़के किनारे पड़ा है।
दोनों एलआईसी एजेंट भी थे
एसएसपी इटावा जयप्रकाश सिंह ने बताया कि पुलिस ने मौके पर पहुंच कर शव को कब्जे में लिया है और पोस्टमार्टम के लिए भेजा है। पुलिस ने अधिवक्ता के शव के पास उसकी लाइसेंसी रिवॉल्वर, कारतूस के खोखे और जिंदा कारतूस समेत बाइक बरामद की है।
स्थानीय लोगों से जानकारी करने पर पुलिस को पता चला कि शिक्षिका और अधिवक्ता एआईसी एजेंट का भी काम करते थे। दोनों काफी अच्छे दोस्त थे। पुलिस अब इस बात का पता लगाने में जुटी है कि आखिर ऐसा क्या हुआ जो अधिवक्ता ने ये आत्मघाती कदम उठा लिया।