Ram Mandir: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के अयोध्या (Ayodhya) में राम मंदिर (Ram Mandir) का निर्माण काफी तेजी से चल रहा है। मंदिर निर्माण का काम करीब 45 फीसदी पूरा हो चुका है। गर्भगृह के पिलर करीब 14 फीट तक बनकर तैयार हो चुके हैं। दावा किया जा रहा है कि वर्ष 2025 तक मंदिर अपने पूरे स्वरूप में होगा।
मंदिर के भूतल का काम पूरा
समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक डिजाइनर और निर्माण प्रबंधक जी. सहस्रभोजनी ने बताया कि राम मंदिर का निर्माण कार्य 45% तक पूरा हो चुका है। भूतल का काम 2023 के अंत तक खत्म हो जाएगा। इसके बाद परिसर को भक्तों के लिए खोल दिया जाएगा। इसके बाद पहली और दूसरी मंजिल का काम चालू होगा।
UP | Ram Mandir's construction work has been finished upto 45%, ground floor will be finished by end of 2023 & will be opened for devotees. The 1st&2nd floors will continue to remain under construction for 9 months more after 2023: G Sahasrabhojanee, Designer Construction Manager pic.twitter.com/2yHNhS7acH
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) January 13, 2023
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भूकंप की आशंका को भी ध्यान में रखा
उन्होंने बताया कि यह क्षेत्र भूकंपीय रूप से उच्च तीव्रता वाले भूकंप-प्रवण क्षेत्र में आता है। मंदिर निर्माण में इस बात को विशेष ध्यान रखा गया है। इन सभी पहलुओं को देखते हुए डिजाइन किया गया है। जी सहस्रभोजनी ने बताया कि मंदिर के आधार को काफी मजबूत बनाया जा रहा है, जिससे इमारत अडिग रहे।
जमीन धंसने पर भी नहीं पड़ेगा फर्क
धरातल को काफी मजबूत और भारी बनाया गया है, क्योंकि सरयू नदी इस क्षेत्र में भूमि धंसने का कारण बनती है। हम कह सकते हैं कि मंदिर अगले 1,000 वर्षों तक मजबूती से खड़ा रह सकता है। बता दें कि सुप्रीम कोर्ट ने 9 नवंबर, 2019 को अयोध्या में राम मंदिर निर्माण मामले पर अंतिम निर्णय सुनाया। तभी से कार्य शुरू कर दिया गया है।
तीन स्तरों में बन रहा है राम मंदिर
बताया गया है कि मंदिर तीन स्तरों में बन रहा है। पहला स्तर राम लला (भगवान राम का शिशु स्वरूप) और उनके परिवार का मंदिर होगा। मंदिर के चारों कोनों में भगवान राम समेत राजा दशरथ के चारों पुत्रों की प्रतिमाएं स्थापित की जाएंगी।
मंदिर के एक परिसर में भगवान राम के जीवन से जुड़े सभी लोगों जैसे उनकी पत्नी सीता, उनके भाई लक्ष्मण, भरत, शत्रुघ्न, उनके मित्र आदिवासी राजा केवट, सुग्रीव, भक्त शबरी, भगवान हनुमान आदि की अलग-अलग विशाल मूर्तियां स्थापित हैं।