UP News: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के रामपुर (Rampur) जिले में मंगलवार को एक जनसभा के दौरान कथित आपत्तिजनक टिप्पणी कर समाजवादी पार्टी के नेता आजम खान (Azam Khan) फिर से फंस गए हैं। एक महिला की शिकायत पर आजम के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। रामपुर के डीएसपी अनुज कुमार चौधरी ने बताया कि शहनाज नाम की महिला ने पुलिस को जनसभा की एक ऑडियो फाइल सौंपी है। मामले की जांच की जा रही है।
अजन्मे बच्चों को लेकर दिया ये बयान
शिकायतकर्ता महिला के अनुसार आजम खान ने कहा कि मैं पिछली चार सरकारों में मंत्री रहा और अगर मैं इस तरह शक्ति का उपयोग करता तो जन्म लेने से पहले बच्चे भी अपनी मां से पूछते कि बाहर आना है या नहीं। बता दें कि सोमवार को आजम खान ने भाजपा का समर्थन करने वाले मुस्लिम समुदाय के लोगों पर भी टिप्पणी कर विवाद खड़ा कर दिया। इसमें उन्होंने कहा था कि 8 दिसंबर को रामपुर विधानसभा उपचुनाव के नतीजे घोषित होने के बाद ‘अब्दुल’ भगवा पार्टी के लिए फर्श पोछेंगे।
UP | On November 29, (SP leader) Azam Khan was addressing a public meeting in support of the SP candidate. During this, he made a comment, which offended some people. A woman named Shahnaz filed a complaint & submitted an audio file to police: Rampur Dy SP Anuj Kumar Chaudhary pic.twitter.com/HGteQJ8OrB
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) December 2, 2022
---विज्ञापन---
भाजपा के मुस्लिम समर्थकों पर निशाना
भाजपा के मंचों पर देखे जा रहे एक समुदाय विशेष के लोगों पर निशाना साधते हुए आजम खान ने आरोप लगाया कि जिनके खिलाफ गोहत्या के 50-50 मामले लंबित हैं, वे आज भाजपा के मंच पर बैठे हैं। अब भाजपा का गाय प्रेम कहां गया? जानकारी के मुताबिक उन्होंने यह टिप्पणी रामपुर विधानसभा क्षेत्र के नालापार इलाके में एक चुनावी सभा को संबोधित करते हुए की। यह सब तब हो रहा है कि जब आजम खान हेट स्पीच मामले में रामपुर विधानसभा सीट को गवां चुके हैं।
कुछ समय पहले की थी भावुक अपील
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक आजम खान के विश्वासपात्र असीम रजा को भाजपा के आकाश सक्सेना के खिलाफ चुनावी मैदान में उतारा है। कुछ समय पहले ही एक भावुक अपील में पूर्व मंत्री आजम खान ने कहा था कि मैंने आपके लिए क्या नहीं किया? सिर्फ आपके लिए न जाने कितने अत्याचार सहे… क्या यही मेरा कसूर है? क्या राजनीति इतनी गंदी हो सकती है? मैं सब कुछ (सारे सबूत) होते हुए भी अदालत में अपनी बेगुनाही साबित नहीं कर सका। जेल मेरा इंतजार कर रही है।