Uttar Pradesh Noida News: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत समेत कुछ देशों पर लगाए गए टैरिफ पर 90 दिन की रोक लगा दी है। जिसके बाद नोएडा के 20 हजार से ज्यादा निर्यातकों ने राहत की सांस ली है। बताया जा रहा है कि पहले स्थिति स्पष्ट नहीं होने से कारोबारी काफी परेशान थे, लेकिन बुधवार को टैरिफ पर 90 दिन की रोक लगने से सब कुछ हद तक स्थिति साफ हो गई है।
5 हजार करोड़ रुपये का माल है फंसा
अमेरिका के 26 प्रतिशत अतिरिक्त टैरिफ बढ़ाने से शहर के कारोबारियों की चिंता बढ़ गई थी। हालांकि, अगले तीन महीनों के लिए अमेरिका ने बढ़े हुए टैरिफ पर रोक लगा दी है। जिसके बाद कारोबारियों ने राहत की सांस ली है। सेक्टर-63 के गारमेंट एक्सपोर्ट कारोबारी प्रवीण शर्मा का कहना है कि इस टैरिफ वार से कारोबार पर बहुत असर पड़ रहा था। अमेरिका में करीब 5 हजार करोड़ का माल फंसा हुआ था। कारोबारियों के सामने बड़ी मुश्किल स्थिति थी, लेकिन भारत सरकार ने अमेरिका से वार्ता कर इसका हल निकाल लिया। अब स्थिति पूरी तरह स्पष्ट हो चुकी है।
90 दिन के अंदर टैरिफ पर स्थिति होगी बेहतर
इंडियन इंडस्ट्रीज एसोसिएशन (आइआइए) के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राजीव बंसल का कहना है कि अमेरिका के टैरिफ वार पर फिलहाल 90 दिन की रोक लगा दी गई है। कारोबारियों को किसी भी तरह परेशान होने की जरूरत नहीं है। भारत सरकार की वार्ता से यह सब संभव हो पाया है। 90 दिन के अंदर टैरिफ को लेकर भारत सरकार अमेरिका से वार्ता कर स्थिति को और बेहतर कर सकती है।
अमेरिका समेत विश्व के अन्य देश दे रहे कम आर्डर
नोएडा के गारमेंट एक्सपोर्ट कारोबारी प्रदीप कुमार का कहना है कि टैरिफ पर स्थिति पूरी तरह साफ न होने से अमेरिका समेत विश्व के अन्य देश के खरीदार कम ऑर्डर दे रहे। ऐसे में इकाई में धीमी गति से कार्य चल रहा है। जबकि, खर्च नियमित है। अगर कर्मचारियों की छंटनी कर दी जाए और उसके बाद ऑर्डर मिल गए तो परेशानी और बढ़ जाएगी।
असमंजस की स्थिति में करना पड़ेगा कारोबार
कारोबारीअंकुर मिश्रा ने कहा कि मौजूदा हालात में अगले कुछ महीनों तक असमंजस की स्थिति में कारोबार करना पड़ेगा। इससे निर्यातकों के मुनाफे पर सीधा असर पड़ेगा। उन्होंने उम्मीद जताई कि जल्द ही स्थिति पूरी तरह सामान्य हो जाएगी।
जिले से 80 हजार करोड़ का सालाना निर्यात
जिले से अमेरिका समेत विश्व के बाजारों में 20 हजार से अधिक कारोबारी विभिन्न उत्पादों का निर्यात करते हैं। सालाना करीब 80 हजार करोड़ रुपये का निर्यात किया जाता है। इसमें सबसे ज्यादा गारमेंट एक्सपोर्ट, ऑटो पार्टस, इलेक्ट्रिक उपकरण, सुरक्षा उपकरण, हैंडीक्राफ्ट, हैंडलूम समेत अन्य उत्पाद शामिल है।