UP News: उत्तर प्रदेश के अयोध्या में श्रीराम मंदिर भवन निर्माण समिति की बैठक हुई। बैठक में श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के पदाधिकारी और भवन निर्माण समिति के चेयरमैन नृपेन्द्र मिश्रा समेत कार्यदायी संस्था के इंजीनियर भी मौजूद रहे। वहीं उत्तर प्रदेश के कैबिनेट मंत्री सुरेश खन्ना ने गर्भगृह में रामलला की स्थापना की तारीख को लेकर ट्वीट किया है।
इसी साल दिसंबर में तैयार हो जाएगा गर्भगृह
जानकारी के मुताबिक अयोध्या में हो रही राम मंदिर निर्माण समिति की बैठक में गर्भगृह के निर्माण और रामलला की स्थापना को लेकर चर्चा हुई। इस दौरान तय हुआ है कि दिसंबर 2022 तक गर्भगृह का निर्माण कार्य पूरा हो जाएगा, जबकि 22 फरवरी 2024 को गर्भगृह में राम लला की स्थापना होगी और भक्तों के लिए मंदिर को खोल दिया जाएगा।
'Pran pratishtha' at Ram temple in Ayodhya on 22nd January, tweets Uttar Pradesh Minister Suresh Kumar Khanna. pic.twitter.com/Z3LDj2Bb9g
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) April 28, 2023
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कैबिनेट मंत्री सुरेश खन्ना ने किया ट्वीट
इसी बीच उत्तर प्रदेश के कैबिनेट मंत्री सुरेश खन्ना ने भी ट्वीट किया है। उन्होंने लिखा है कि 22 फरवरी को अयोध्या में राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा होगी। कैबिनेट मंत्री के ट्वीट के बाद अब तारीख को पुष्ट माना जा रहा है। एक रिपोर्ट में कहा गया है कि प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मौजूद रहेंगे।
शालिग्राम पत्थरों से बनाई जा रही हैं मूर्तियां
राम मंदिर में भगवान राम और माता सीता की मूर्तियों को बनाने के लिए शालिग्राम के पत्थरों का इस्तेमाल किया गया है। बता दें कि इन शालिग्राम पत्थरों को नेपाल से लाया गया है। साथ ही दावा किया माना गया है कि ये पत्थर 60 मिलियन वर्ष पुराने हैं। इन्हें नेपाल की काली गंडकी नदी से खोजा गया है।
इसलिए चुनी गई रामलला की मूर्ति की ऊंचाई
सूत्रों के मुताबिक, भगवान राम की मूर्ति की ऊंचाई 5 से 5.5 फीट के बीच होगी। भगवान राम की मूर्ति की ऊंचाई इस तरह से चुनी गई है कि रामनवमी के दिन सूर्य की किरणें सीधे भगवान राम के माथे पर पड़ें। इन मूर्तियों का निर्माण अयोध्या में राम मंदिर परिसर में ही हो रहा है। श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के कोषाध्यक्ष स्वामी गोविंद देव गिरि महाराज ने कहा था कि पीएम मोदी रामलला की मूर्ति स्थापित करेंगे।