UP News: उत्तर प्रदेश के बिजनौर जिले में पुलिस की मंगलवार देर रात 2.5 लाख रुपये के फरार इनामी बदमाश और स्योहारा क्षेत्र में 43 सदस्यीय गिरोह के सरगना आदित्य राणा (35) के साथ मुठभेड़ हो गई। मुठभेड़ के गंभीर रूप से घायव राणा को अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जहां बुधवार तड़के उसके मौत हो गई।
6 हत्या और 13 लूट का आरोपी
जानकारी के मुताबिक आदित्य राणा के खिलाफ हत्या के छह और लूट के 13 मुकदमे दर्ज थे। इसके अलावा राणा दो बार वर्ष 2017 और फिर वर्ष 2022 में पुलिस हिरासत से भी भागा था। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि आरोपी के साथ मुठभेड़ में पांच पुलिस कर्मी भी घायल हैं। सभी का अस्पताल में इलाज चल रहा है।
पुलिस पर कर दी फायरिंग
बिजनौर के एसपी नीरज कुमार जादौन ने बताया कि पुलिस को सूचना मिली थी, आदित्य राणा और उसके साथी बिजनौर के स्योहारा थाना क्षेत्र के बुढ़नपुर में छिपा हुआ है। टीमों ने इलाके की घेराबंदी कर ली। एसपी ने कहा कि खुद को घिरता देख आदित्य राणा और उसके साथियों ने पुलिस टीम पर गोलियां चलाईं। इस पर पुलिस ने भी जवाबी फायरिंग की।
पांच पुलिस वाले भी घायल
एसपी ने मीडिया को बताया कि मुठभेड़ के दौरान 5 कांस्टेबलों को गोलियां लगी हैं। इसके अलावा आदित्य राणा को भी चोट आईं। उनके साथी अंधेरे का फायदा उठाकर फरार हो गए। सभी घायलों को जिला अस्पताल ले जाया गया, जहां राणा ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। सभी घायल पुलिस कांस्टेबलों की हालत अब खतरे से बाहर है।
दो बार पुलिस हिरासत से भागा आदित्य राणा
पुलिस अधिकारी ने बताया कि राणा पिछले साल अगस्त में उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर में एक ढाबे से पुलिस हिरासत से भाग गया था। उसे बिजनौर में एक कोर्ट में पेशी के बाद वापस जेल ले जाया जा रहा था। इसके बाद 3 अगस्त 2017 को वह मुरादाबाद से भी फरार हुआ था। जनवरी 2018 में बिजनौर की एक विशेष अदालत में राणा ने सरेंडर किया था।
इन जिलों में था राणा का आतंक
बताया जाता है कि राणा अपनी पहचान बदलते हुए बैसाखी के सहारे कोर्ट पहुंचा था। इस दौरान उसका एक साथी रोहित भी उसका सहायक बनकर कोर्ट में पेश हुआ था। बिजनौर एसपी ने बताया कि राणा ने लुटेरों और कॉन्ट्रैक्ट किलर का एक गिरोह बनाया था। ये गिरोह पश्चिमी यूपी के बिजनौर, मुरादाबाद और शाहजहापुर जिले में सक्रिय था।