UP News: उत्तर प्रदेश (UP News) के नोएडा (Noida) से आंध्र प्रदेश (Andhra Pradesh) पुलिस ने यूपी की आईएएस अधिकारी अपर्णा यू (IAS Aparna) के पति जीबीएस भास्कर को गिरफ्तार किया है। आईएएस के पति कथित तौर पर 3300 करोड़ रुपये के घोटाले के आरोपी हैं। एक रिपोर्ट में बताया गया है कि आईएएस अपर्णा यू वर्तमान में उत्तर प्रदेश में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की निदेशक हैं।
आंध्र प्रदेश पुलिस ने दूसरी बार दी दबिश
एक स्थानीय मीडिया रिपोर्ट में कहा गया है कि शनिवार (25 मार्च) को आंध्र प्रदेश पुलिस ने नोएडा में दबिश दी। आंध्र पुलिस ने यहां आने के बाद सबसे पहले थाना सेक्टर-49 में अपनी आमद दर्ज कराई। इसके बाद दोनों राज्यों की पुलिस ने सेक्टर-50 स्थित आलोक बिहार-1 में आईएएस अपर्णा यू के फ्लैट पर छापा मारा। हालांकि यहां पुलिस को ताला लगा मिला। मीडिया रिपोर्ट में कहा गया है कि आंध्र प्रदेश पुलिस की यह दूसरी बार दबिश है। इससे पहले 19 मार्च को दबिश देकर जीबीएस भास्कर को गिरफ्तार किया था।
आंध्र प्रदेश में प्रतिनियुक्ति पर गई थीं आईएएस अधिकारी
एक मीडिया रिपोर्ट में कहा गया है कि उत्तर प्रदेश में तैनाती से पहले आईएएस अपर्णा यू प्रतिनियुक्ति पर आंध्र प्रदेश में तैनात थीं। वहां उन्हें कौशल विकास परियोजना की जिम्मेदारी दी गई थी। आरोप है कि विभाग के लिए एक सॉफ्टवेयर खरीदने का ठेका उनके पति जीबीएस भास्कर ने लिया था।
सॉफ्टवेयर कंपनी के नोएडा ऑफिस में हैं आईएएस के पति
रिपोर्ट में कहा गया था कि सीमेंस इंडस्ट्री सॉफ्टवेयर प्राइवेट लिमिटेड से यह सॉफ्टवेयर 58 करोड़ रुपये में खरीदा गया। आरोप है कि आईएएस अपर्णा के पति इसी सॉफ्टवेयर कंपनी के नोएडा ऑफिस में तैनात थे। कथित तौर पर फर्जी दस्तावेज के आधार पर इस सॉफ्टवेयर की कीमत तय की गई। इसके बाद आंध्र प्रदेश सरकार की ओर से सभी टैक्स और अन्य मदों को मिलाकर 371 करोड़ रुपये का भुगतान किया गया था।
एक सॉफ्टवेयर के लिए वसूले 3300 करोड़ रुपये
कहा गया है कि सीमेंस कंपनी ने इसी तरह कई और दस्तावेजों के आधार पर सॉफ्टवेयर के लिए 3300 करोड़ रुपये की रकम का भुगतान कराया। एक मीडिया रिपोर्ट में इतना तक कहा गया है कि इस मामले में आंध्र प्रदेश के कई नेता और अधिकारी भी शामिल हैं। उनके खिलाफ भी जांच चल रही है। बता दें कि आईएएस अपर्णा उत्तर प्रदेश के कई विभागों में उच्च पदों पर रह चुकी हैं।