UP News: उत्तर प्रदेश के प्रयागराज की नैनी जेल में बंद अतीक अहमद के बेटे अली अहमद पर जेल प्रशासन ने निगरानी और सख्ती बढ़ा दी है। अली से जेल में किसी की भी मुलाकात पर पाबंदी लगा दी है। एक रिपोर्ट में कहा गया है कि अब वकीलों के अलावा अली से कोई भी मिल नहीं पाएगा।
शहर में बांटे गए थे पर्चे, पुलिस-प्रशासन सतर्क
एक स्थानीय मीडिया रिपोर्ट में कहा गया है कि हाल ही में प्रयागराज में कुछ पर्चे बांटे गए थे। इनमें निकाय चुनाव में भाजपा और सपा को वोट न देने की बात कही गई थी। पर्चों में कथित तौर पर कहा गया था कि अतीक अहमद और अशरफ की मौत के लिए सीएम योगी और पूर्व सीएम अखिलेश यादव जिम्मेदार हैं। जब यह बात जिला प्रशासन को तक पहुंची तो मामले की जांच के आदेश दिए गए।
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हाई सिक्योरिटी सेल में 24 घंटे निगरानी
साथ ही प्रयागराज की नैनी जेल प्रशासन ने भी अली की निगरानी बढ़ा दी है। उसे जेल के हाई सिक्योरिटी सेल में रखा है। सीसीटीवी कैमरों से 24 घंटे निगरानी की जा रही है। बता दें कि 13 अप्रैल को असद और फिर 15 अप्रैल को अतीक व अशरफ की मौत के बाद अली बौखला गया था। उसने जेल में खुद को चोट पहुंचा ली थी।
दिल्ली पुलिस को भी मिला एक अहम सुराग
उधर, दिल्ली पुलिस ने 31 मार्च को न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी इलाके से जावेद नाम के एक शख्स को हथियार के साथ गिरफ्तार किया था। पूछताछ में जावेद ने खुलासा किया कि वह अतीक अहमद के गिरोह के लिए काम करता था। उसके पास से बरामद हथियार अतीक के गिरोह के सदस्य असद और गुलाम ने दिया था। इस मामले में दिल्ली पुलिस जांच कर रही है।