UP Liquor Policy 2025: यूपी में योगी सरकार ने नई एक्साइज पाॅलिसी को मंजूरी दी है। इस नीति में कई बड़े बदलाव किए गए हैं। अब बीयर और शराब एक ही दुकान पर मिलेगी। इससे पहले बीयर की दुकानें अलग हुआ करती थी। इसके अलावा प्रदेश में अंगूर के बागानों और माइक्रोबेवरीज की शुरुआत होगी, जिसके जरिए पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा। इस नीति से दिल्ली और एनसीआर में रहने वाले लोगों को भी फायदा होगा। राजधानी दिल्ली में नई शराब नीति वापस लिए जाने के बाद शराब की दुकानों को स्टाॅक का संकट झेलना पड़ा।
बता दें कि यूपी की नई आबकारी नीति को बुधवार रात सीएम योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट बैठक में मंजूरी दी गई थी। दिल्ली के लोगों को गुरुग्राम में सस्ती शराब के साथ-साथ अधिक विकल्प भी मिल रहे थे। अब नई शराब नीति से यूपी बाॅर्डर पर रहने वाले लोगों को शराब लेने के लिए गुरुग्राम नहीं जाना पड़ेगा। वे नोएडा से भी शराब खरीद सकेंगे।
फलों से तैयार वाइन की दुकान भी होगी
यूपी के आबकारी आयुक्त डाॅ. आदर्श सिंह ने कहा कि राज्य में अब तीन प्रकार की शराब की दुकानें होंगी। माॅडल शाॅप, देशी शराब की दुकान और कंपोजिट शाॅप। यूपी के हर जिले में फलों से तैयार वाइन की भी एक दुकान होगी। मंडल मुख्यालय में इसकी लाइसेंस फीस के तौर पर 50 हजार रुपये और अन्य जिलों में 30 हजार रुपये देने होंगे। इससे फल उत्पादकों की खपत भी बढ़ेगी।
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हर जिले में खुलेगी कंपोजिट दुकान
हर जिले में बड़े परिसर वाली कंपोजिट दुकान भी खुलेंगी। यहां एक साथ विदेशी मदिरा, वाइन और बीयर उपलब्ध होगी, लेकिन यहां पर मदिरा पान की अनुमति नहीं होगी। इसके अलावा एक व्यक्ति या फर्म को दो से अधिक दुकानें आवंटित नहीं होगी। वहीं विदेशी मदिरा अब 60 और 90 मिलीलीटर के पैक में भी उपलब्ध होगी।
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