उत्तर प्रदेश के चित्रकूट में भ्रष्टाचार का अजब गजब खेल चल रहा है। ग्राम पंचायत में भ्रष्टाचार ने अधिकारियों के होश उड़ा दिए। जनपद के एक ग्राम पंचायत में लगे हैंडपंप की मरम्मत के नाम पर लाखों रुपये का गबन कर लिया गया। गांव के प्रधान और सचिव ने मिलकर ग्राम पंचायत में लाखों रुपये निकाल लिए, लेकिन न तो हैंडपंप की मरम्मत हुई और न ही मजदूरों को पैसा मिला।
इसी ग्राम पंचायत में जहां साल 2021-22 में हैंडपंप मरम्मत और मजदूरी के नाम पर 9 बार में 636610 और साल 2022-23 में 6 बार में 355890 रुपये निकाले गए तो वहीं साल 2023-24 में 13 बार पेमेंट निकाले गए। साल 2024-25 में 9 बार और साल 2025-26 में 2 बार पेमेंट के रूप में रुपये निकाले जाने का दावा किया गया है।
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हैंडपंप की मरम्मत पर निकाले गए 3056000 रुपये
इस प्रकार एक ही ग्राम पंचायत में हैंडपंप मरम्मत के नाम पर 3056000 रुपये की बड़ी रकम निकली है, जोकि मानक से अधिक है। यहां तक कि जिन फर्मों में पेमेंट किया गया है, उनमें दो ऐसी फर्म हैं, जिनके न तो दुकान है और न कोई सामान बिक्री के लिए है।
ग्रामीणों ने मामले की शिकायत की
यह आरोप गांव के ही ग्रामीणों ने लगाया और बकायदा शपथ पत्र देकर उच्चधिकारियों से मामले की शिकायत की है। यह एक मामला दर्शाता है कि उत्तर प्रदेश में किस तरह से बड़े स्तर पर घोटाले कर सरकार की रकम को डकारने का काम किया जा रहा है।
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