Gonda’s Land Mafia Brijesh Awasthi: गोंडा का भूमाफिया बृजेश अवस्थी के आतंक का बुधवार को अंत हो गया है। बस्ती जिला जेल में हार्ट अटैक आने से उसकी मौत हो गई। उस पर जमीन कब्जाने, धोखाधड़ी और धमकी देने समेत 40 से अधिक गंभीर मामले दर्ज थे। पेशे से अधिवक्ता बृजेश अवस्थी अपने मुवक्किलों की जमीन का भी फर्जीवाडा कर चुका है। कई लोगों को छेड़खानी, दुष्कर्म के आरोप में जेल भिजवाकर वह उनकी जमीने अपने या अपने रिश्तेदारों के नाम करा चुका है। फर्जी बैनामा कराने वाले एक बड़े रैकेट का बृजेश अवस्थी ही सरगना था।
क्या था असली नाम?
भूमाफिया बृजेश सिंह का असली नाम अरुण कुमार सिंह है। उसका जन्म वाराणसी के धरहरा गांव में हुआ था। उनके पिता राजनेता रविंद्र सिंह थे। बृजेश बचपन से ही पढ़ाई में अव्वल था। साल 1984 में 12वीं में अच्छे अंक लाने के बाद उसने बीएससी की।
पिता की मौत के बदले ने बनाया अपराधी
साल 1984 में बृजेश के पिता की हत्या कर दी। बदला लेने के लिए एक साल बाद उसने पिता के हत्यारे हरिहर सिंह की हत्या कर दी। 1986 में उसने अपने पिता की हत्या में शामिल पांच अन्य लोगों को भी मार दिया। इस सामूहिक हत्याकांड के बाद उसका नाम माफिया डॉन में शामिल हो गया।
साथियों के साथ जेल में था
बृजेश अवस्थी के साथ उसके साथी अनिल सिंह और राकेश त्रिपाठी की भी गिरफ्तारी हुई थी, तीनों दिसंबर 2024 से ही मंडल कारागार गोंडा में बंद थे और एक साथ ही थे। शासन ने इन तीनों को अलग-अलग जिलों के कारागार में भेजने का निर्णय लिया। जिसमें बृजेश अवस्थी को बस्ती, अनिल सिंह को बहराइच तथा राकेश त्रिपाठी को बलरामपुर जिला कारागार में स्थानांतरित किया गया था।