Umesh Pal Murder Case: उत्तर प्रदेश के प्रयागराज जिले में हुए सनसनीखेज उमेश पाल हत्याकांड की अब एक-एक करके परतें खुलती जा रही हैं। दावा किया जा रही है कि इस हत्याकांड की साजिश बरेली जेल और अहमदाबाद की साबरमती जेल में की गई थी। वहीं एक और तथ्य सामने आया है कि हत्याकांड में कुल 13 लोग शामिल थे। बताया गया है कि हमलावर इस हत्याकांड के मुख्य साजिशकर्ताओं में से एक सदाकत खान से हॉस्टल में मिले थे, जिसके बाद हत्याकांड हुआ।
बरेली से जुड़े उमेश पाल हत्याकांड के तार
एक मीडिया रिपोर्ट में कहा गया है कि गैंगस्टर अतीक अहमद के इशारे पर उत्तर प्रदेश की बरेली जेल में उमेश पाल की हत्या की साजिश रची गई थी। पुलिस ने सोमवार को इसका खुलासा किया कि उमेश पाल के शूटरों की मुलाकात सदाकत खान के हॉस्टल के एक कमरे में हुई थी।
मुख्य साजिशकर्ताओं में से एक सदाकद खान गिरफ्तार
बताया गया है कि सदाकत खान इस हत्याकांड के प्रमुख साजिशकर्ताओं में से एक है। उसे यूपी पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने गोरखपुर से गिरफ्तार कर लिया है। प्रयागराज में मुठभेड़ के दौरान उमेश पाल हत्याकांड के एक आरोपी अरबाज के मारे जाने के एक दिन बाद सामने आया है।
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अतीक साबरमती जेल तो भाई बरेली जेल में है बंद
रिपोर्ट में कहा गया है कि उमेश पाल की हत्या की योजना बरेली की जेल में बंद अतीक अहमद के भाई अशरफ से मुलाकात के बाद बनाई गई थी। पुलिस आयुक्त ने बताया कि आरोपियों ने मुस्लिम छात्रावास के एक कमरे में इस हत्याकांड की योजना बनाई। सूत्रों के मुताबिक वर्तमान में गुजरात की साबरमती जेल में बंद अतीक अहमद ने उमेश पाल की हत्या का इशारा किया था।
राजू पाल हत्याकांड के गवाह थे उमेश पाल
बता दें कि पुलिस की ओर से कहा गया है, वर्ष 2005 के बसपा विधायक राजू पाल हत्याकांड के मुख्य गवाह उमेश पाल की पिछले सप्ताह (शुक्रवार) प्रयागराज में उनके घर के पास गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। बताया गया है कि पूर्व सांसद अतीक अहमद के छोटे भाई खालिद अजीम को हराकर इलाहाबाद (पश्चिम) विधानसभा सीट जीतने के कुछ महीनों बाद ही विधायक राजू पाल की हत्या कर दी गई थी।
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बरेली जेल में अधिकारियों ने मारा छापा
यूपी एसटीएफ ने अब अशरफ से उमेश पाल की हत्या में शामिल शूटरों की सूची मांगी है। जिलाधिकारी और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) की ओर से बरेली जेल में छापेमारी भी की गई है। सामने आया है कि अतीक अहमद इससे पहले बरेली जेल में भी बंद था।
अशरफ की बैरक के पास बढ़ाई सुरक्षा
सूत्रों के मुताबिक पूर्व विधायक अशरफ बरेली जेल की जिस बैरक में बंद हैं, उसके आसपास सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट पर हैं। बताया गया है कि अशरफ और अन्य कैदियों को दूसरी जेल में शिफ्ट किया जा सकता है। हालांकि इस संबंध में आधिकारिक बयान का इंतजार है।
क्या है उमेश पाल हत्याकांड
बता दें कि आज करीब 18 साल पहले उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में तत्कालीन विधायक राजू पाल की हत्या कर दी गई थी। इस हत्याकांड में अतीक अहमद और उनके साथियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ था। मुकदमे में राजू पाल की पत्नी और वर्तमान में सपा की विधायक पूजा पाल वादी हैं। तीन दिन पहले राजू हत्याकांड के गवाह उमेश पाल को कोर्ट में सुनवाई से लौटते समय गोली मार कर मौत के घाट उतार दिया गया था।