Umesh Pal Murder Case: उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में हुए उमेश पाल हत्याकांड (Umesh Pal Murder Case) में एक सनसनीखेज खुलासा हुआ है। पुलिस को जांच के दौरान एक वीडियो हाथ लगा है। इस वीडियो से स्पष्ट हुआ है कि 24 फरवरी से पहले तीन बार उमेश पाल की हत्या के प्रयास किए गए थे। 21 फरवरी का ये 4.17 मिनट का सीसीटीवी फुटेज सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
अहम सबूतों के साथ रखा गया फुटेज
जानकारी के मुताबिक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी बुधवार को सोशल मीडिया पर वायरल हुए इस सीसीटीवी फुटेज को लेकर चुप्पी साधे हुए हैं, लेकिन सूत्रों का दावा किया कि इस फुटेज से पुलिस अधिकारियों को सबूत जुटाने में मदद मिलेगी और इस फुटेज को बाकी सबूतों के साथ सुरक्षित रखा जाएगा।
प्रयागराज में 24 फरवरी को हुई उमेश पाल की हत्या से पहले 21 फरवरी का सीसीटीवी फुटेज। दावा किया जा रहा है उमेश पाल की कार का हमलावरों ने पीछा किया था। pic.twitter.com/3P0CLJ0nF7
— Amit Kasana (@amitkasana6666) May 3, 2023
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ट्रैफिक और पुलिस की गाड़ी देखकर चले गए
सूत्रों ने बताया कि उमेश पाल और उनके दो गनर को निशाना बनाने का पहला असफल प्रयास 21 फरवरी को किया गया था, लेकिन भारी ट्रैफिक और पुलिस की एक गाड़ी मौके पर खड़ी होने के कारण योजना सफल नहीं हुई। हमलावरों ने उमेश पाल को निशाना बनाने से पहले उनके पूरे रूट की रेकी की थी। सामने आया है कि हमलावरों ने कई दिनों तक उमेश पाल की दिनचर्या पर नजर रखी थी।
21 फरवरी को उमेश पाल के घर के पास पहुंचे थे हमलावर
21 फरवरी के इस सीसीटीवी फुटेज से पता चलता है कि जैसे ही उमेश पाल की कार उनके घर के बाहर पहुंची, तभी सभी हमलावर कुछ ही देर में उनके आवास पर पहुंचे थे। सीसीटीवी फुटेज में चारों हमलावर एक साथ नजर आ रहे हैं। इसके बाद हमलावरों ने दो टीमें बनाई और सुनियोजित तरीके से हत्याकांड को अंजाम दिया था।
सीसीटीवी से हुई प्रमुख हमलावरों की पहचान
जांच में यह भी पता चला कि पुलिस ने हमलावरों के भागने वाले रास्ते में लगे सीसीटीवी फुटेजों को भी इकट्ठा किया है। इन्हीं वीडियो के आधार पर पुलिस को पांच प्रमुख हमलावरों (अरमान, असद, गुलाम, गुड्डू मुस्लिम और साबिर) को ट्रैक करने में मदद मिली थी। इतना ही नहीं, बरेली की जेल में बंद अशरफ से हमलावरों की मुलाकात का वीडियो भी सामने आया था।
24 फरवरी को हुआ था उमेश पाल हत्याकांड
बता दें कि बसपा विधायक राजू पाल की हत्या मामले के मुख्य गवाह उमेश पाल और उनके दो सुरक्षा गार्डों की 24 फरवरी को दिन दहाड़े हत्या कर दी गई थी। इस मामले में अतीक अहमद, उसकी पत्नी शाइस्ता परवीन, उसके भाई अशरफ, बेटे असद, मोहम्मद गुलाम, गुड्डू मुस्लिम, विजय चौधरी उर्फ उस्मान, सदाकत खान समेत नौ लोगों को आरोपी बनाया गया था।