UP News: यूपी में इन दिनाें सीएम योगी के आदेश के बाद जाति लिखी हुई गाड़ियों पर यातायात पुलिस एक्शन ले रही है। शुक्रवार को मेरठ, बागपत, शामली, नोएडा से लेकर राजधानी तक यातायात पुलिस जाति लिखी हुई गाड़ियों का चालान काटती दिखी। मेरठ के एसपी ट्रैफिक ने युवाओं से अपील करते हुए कहा कि गाड़ी पर जाति और संप्रदाय लिखना गलत है। इसके अलावा जिन गाड़ियों के शीशों पर काली फिल्म चढ़ी थी उन पर भी लगातार कार्रवाई हो रही है।
मेरठ में शुक्रवार को जातिसूचक लिखी हुई गाड़ियों का चालान किया गया। इतना ही नहीं जिन गाड़ियों पर शायरी लिखी थी उनका भी पुलिस चालान काट रही थी। लोग अपनी गाड़ियों पर जातिसूचक शब्दों के अलावा अपने परिवार के सदस्यों के नाम भी लिखवा लेते हैं। यह भी यातायात नियमों के खिलाफ होता है।
सीएम ने दिए कार्रवाई के आदेश
बता दें कि सीएम योगी ने इससे पहले 2021 में वाहनों पर जातिसूचक बोर्ड लगाकर चलने वाले वाहन चालकों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए थे। उसके बाद यातायात पुलिस ने कार्रवाई भी की थी। लेकिन पुलिस की शिथिलता के बाद एक बार फिर वाहन चालकों ने अपनी गाड़ी के पीछे जातिसूचक शब्द लिखवाना शुरू कर दिए थे। इसके बाद अब सीएम योगी ने एक बार फिर इस प्रकार के वाहनों के चालान करने के निर्देश दिए हैं।
क्या है नियम
मोटर व्हीकल एक्ट की धारा 177 के अनुसार यदि किसी गाड़ी पर जातिसूचक शब्द या परिवार के सदस्यों के नाम या शायरी लिखी हो तो जूर्माने का प्रावधान है। अगर आप इन नियमों का उल्लंघन करते हैं तो पहली बार 500 रुपए जुर्माना और दूसरी बार 1500 रुपए का चालान काटा जाएगा। इसके अलावा गाड़ियों की नंबर प्लेट पर कुछ भी लिखना गलत है। यहां तक नंबर के फाॅन्ट साइज और उसकी स्टाइल भी नियमों के हिसाब से होना चाहिए।
Edited By