Sonam Raghuvanshi Latest Update: मेघालय में हनीमून मनाने गए राजा रघुवंशी की हत्या के मामले में उस समय बड़ा मोड़ आ गया, जब 17 दिन से लापता सोनम रघुवंशी उत्तर प्रदेश के गाजीपुर जिले में एक ढाबे पर बदहवास हालत में मिली। पुलिस ने उसे हिरासत में लेकर वन स्टॉप सेंटर में रखा है। सवाल यह है कि सोनम रघुवंशी शिलांग से गाजीपुर कैसे पहुंची? मेघालय के डीजीपी आई. नोंग्रांग ने पुष्टि की कि राजा रघुवंशी की हत्या सोनम द्वारा रची गई साजिश का नतीजा थी। सोनम ने हत्या की सुपारी दी थी और पुलिस ने इस मामले में सोनम समेत चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
फिलहाल पूरे मामले की जांच कर सभी पहलुओं को खंगाल रही है, ताकि हत्या की साजिश और उसमें शामिल अन्य लोगों की भूमिका स्पष्ट हो सके।
शिलांग से गाजीपुर तक कैसे पहुंची पुलिस?
सोनम रघुवंशी के गाजीपुर में मिलने पर यह सवाल सबकी जुबान पर है कि शिलांग से सोनम गाजीपुर कैसे पहुंची। सोनम बदहवास हालत में थी। सबसे पहले उसे एक ढाबे वाले ने देखा। सोनम ने ढाबे से ही अपनी मां को फोन कर जानकारी दी कि मैं गाजीपुर में हूं, ढाबा पर मुझे यहां से ले कर जाओ। परिवार ने इंदौर पुलिस को जानकारी दी। इंदौर पुलिस ने UP पुलिस को जानकारी दी जिसके बाद सोनम को कस्टडी में लिया गया। मेघालय पुलिस का दावा है कि पकड़े गए हमलावरों ने कबूल किया कि सोनम ने उन्हें राजा की हत्या के लिए किराए पर लिया था।
तीन राज्यों का ऐसे चला संयुक्त ऑपरेशन
23 मई को राजा और सोनम के लापता होने के बाद पुलिस ने SIT के माध्यम से सबूत जुटाए। CCTV फुटेज और गाइड के बयान से मिले सुरागों ने जांच को मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश तक पहुंचाया। सोनम के गाजीपुर से मिलने और तीन हमलावरों की गिरफ्तारी के लिए मेघालय पुलिस ने उत्तर प्रदेश पुलिस के साथ कोआर्डिनेशन किया। शिलांग से गाजीपुर तक 3 राज्यों की पुलिस की संयुक्त ऑपेशन चलाया और सफलता हासिल की।

मेघालय की डीजीपी आई नोंगरांग और गाजीपुर में ढाबे पर बैठी सोनम (Pic Credit- X)
मेघालय पुलिस की 24 मई को सोहरा में एक कैफे के पास स्कूटर मिला। 2 जून को राजा का शव बरामद होते ही पुलिस के हत्या का केस दर्ज कर SIT का गठन किया। इसी बीच पुलिस ने एक खून से सना डाओ और राजा का मोबाइल फोन बरामद किया। सोनम की तलाश जारी रही।
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22 मई को सामने आए CCTV फुटेज में राजा और सोनम एक होटल के पास स्कूटर पर दिखे। फुटेज में वे होटल में सामान रखने के बाद वापस लौटते दिखे।
एक टूरिस्ट गाइड अल्बर्ट पीडी ने पुलिस को बताया कि 23 मई को राजा और सोनम के साथ हिंदी में बात कर रहे तीन अन्य लोग भी थे।

होटल के बाद स्कूटी पर दिखे सोनम और राजा (Pic Credit-News24)
मेघालय पुलिस की SIT ने मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश में रातभर अभियान चलाकर तीन हमलावरों को गिरफ्तार किया। इनमें से एक को उत्तर प्रदेश से और दो को इंदौर से पकड़ा गया। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से इस मामले की CBI जांच की मांग की थी।
मध्य प्रदेश पुलिस मेघालय पुलिस के साथ लगातार संपर्क में थी। एक अन्य संदिग्ध को पकड़ने के लिए अभियान जारी रहा। मेघालय के मुख्यमंत्री कोनराड संगमा ने 7 दिनों के भीतर मामले को सुलझाने के लिए पुलिस की सराहना की। सोनम का गाजीपुर में आत्मसमर्पण इस मामले का महत्वपूर्ण हिस्सा था।
Within 7 days a major breakthrough has been achieved by the #meghalayapolice in the Raja murder case … 3 assailants who are from Madhya Pradesh have been arrested, female has surrendered and operation still on to catch 1 more assailant .. well done #meghalayapolice
— Conrad K Sangma (@SangmaConrad) June 9, 2025
मेघालय पुलिस ने उत्तर प्रदेश पुलिस के साथ मिलकर सोनम की गिरफ्तारी को औपचारिक रूप दिया और अन्य संदिग्धों की तलाश के लिए समन्वित अभियान चलाया। राजा के परिवार ने शुरू में मेघालय पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाया और CBI जांच की मांग की।
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